कैसी चलेगा दून हॉस्पिटल जब इस महिला कर्मी का होगा ऐसा व्यवहार..!प्राचार्य ने लिया संज्ञान!

दून मेडिकल कालेज की संविदा कर्मी महिला ने की पत्रकार से किया दुर्व्यवहार!

उत्तराखण्डः 29 NOV. 2024, शुक्रवार को देहरादून / राजधानी स्थित  सरकारी अस्पताल में मरीज व उसके साथ तिमागदार बड़ी आस व उम्मीदो को लेकर इलाज के लिए आते हैं। क्योंकि उनके पास महंगे इलाज करने के लिए आवश्यक धन नहीं है ! इसलिए सरकारी अस्पताल पर ही सामान्य व्यक्ति एवं गरीब तबके लोग निर्भर रहते हैं।

वही जिसमें सूबे के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकाल कालेज देहरादून में आऐ दिन कोई न कोई घटना सुनने व देखने को मिलती रहती है। वही जिसमें इस दून अस्पताल में डॉक्टर आशुतोष सियाना प्राचार्य के पद से हटने के बाद नवनियुक्त प्राचार्य गीत जैन ने दून अस्पताल मेडिकल कॉलेज की बागडोर संभाली। लेकिन वह जितना भी स्वास्थ्य सुविधाए की व्यवस्थ को बनाने मेहनत करती हैं। इनके प्रयासो को यहां के कुछ एक कर्मचारीयो के चलते उनकी मेहनत ध्वस्त कर देते हैं। जिसके चलते दून अस्पताल की प्राचार्य डॉक्टर गीता जैन से यह दून मेडिकल कॉलेज को नहीं समझ पा रही है।

 प्राचार्य कोशिश करती है यहां दून अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधार लाने  की  कोई कितना भी उन्हें समझ ले, दिशा निर्देश दे  लेकिन वह अपनी मनमर्जी व अपने हरकतों से से बाज नहीं आते। जिसमें प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज ही एक जीता जागता वाक्य हुआ जिसमें बता दे की दून अस्पताल की नई ओपीडी बिल्डिंग की प्रथम मंजिल में स्थित एक्स-रे विभाग में एक महिला संविदा कर्मी जसलीन कौर की शिकायत लंबे समय से मिल रही थी। जिस पर कोई कार्यवाही नही की जाती रही। या फिर महिला कर्मी समझकर माफ कर नजर आंदाज कर देते होगें। दून मेडिकल कालेज की यह संविदा कर्मी महिला जब पत्रकारों के साथ ऐसा व्यवहा है तो आम मरीजों के साथ किस तरह का पेश आती होगी! जरा सोचिए?

 जानकारी के मुताबिक आज जब एक वरिष्ठ पत्रकार अपने दांतों के दर्द से परेशान डेंटल ओपीडी में डॉक्टर को अपना दांत दिखाया डॉक्टर ने उन्हें ऐक्स.रे करने हेतु एक्सरे विभाग में भेज दिया। ( X-ray)   एक्स.रे विभाग में बैठी एक संविदा कर्मी महिला जिसका नाम जसलीन कौर है। पत्रकार ने इस महिला कर्मी को अपना परिचय देते हुए कहा मैडम कृपया मेरे दांत का एक्सरे कर दो बहुत तेज दर्द हो रहा है । कृपया हो सके तो जल्दी नंबर लगा दीजिएगा। उसके बाद महिला पत्रकार पर भड़क गई महिला ने बेरुखी से पत्रकार को कहा कि आप एक.घंटे इंतजार कीजिए । इससे पहले नहीं हो पाएगा । वही इस महिला संविदा कर्मी की बेरुखी और दुर्व्यवहार देखकर पत्रकार भी हैरान रह गया। वहीं खड़े कई मरीज ने भी कहा इससे पहले मैडम हमारे साथ भी इस तरह का दुर्व्यवहार किया है ।

 जानकारी के मुताबिक  बता दे कि  यह संविदा कर्मी महिला पहले अल्ट्रासाउंड विभाग में कार्यरत थी। वही इस दौरान दून अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड के संबंध में उनके साथ बहुत बेरुखी एवं अभद्र भाषा के साथ पेश आती थी। लेकिन उसके बाद अल्ट्रासाउंड विभाग प्राइवेट में जाने के बाद अब इस महिला को X-ray विभाग में कार्यरत है।

लेकिन यहां पर भी इस महिला की आदत में कोई बदलाव नहीं आया मरीज के साथ बदतमीजी से बात करना एवं उनके साथ दुर्व्यवहार और अपनी मर्जी के माफिक कार्य करना इसकी आदत में शुमार हो गया है। वहीं खड़े मरीज से जब जसलीन कौर नामक महिला कर्मी के विषय में पूछा तो हर मरीज इसके विषय में यही कह रहा है कि इस महिला के साथ तो कोई बात की जानकारी लेनी हो तो भी उल्टा जवाब देती है। वही खड़े X-ray कराने की लाईन में कुछ मरीजो ने यहा तक कह डाला की इस महिलाकर्मी का यहां दून मेडिकल अस्पताल में कोई इलाज करने वाला नहीं हैं ऐसा कैसा दून अस्पताल है जहां पर हर बीमारी का इलाज होता हैं। कब तक मरीज व  तिमारदार इसके इस महिलासंविदा कर्मी  के दुर्व्यवहार के कारण हर कोई परेशान है ।

वही इस दौरान जब एक वरिष्ठ पत्रकार ने फोन पर इस महिला सांविदा कर्मी के द्वारा पत्रकारो व मरीजो के साथ दुर्व्यवहार के संबंध में जानकारी दी तो प्राचार्य डॉ0 गीता जैन ने कहा कर्मचारियों को नैतिकता का पाठ आना जरूरी है। और इस महिला कर्मी पर जरूर कार्यवाही करने का अश्वासन दिया।

वही दुसरी ओर जबकि कोई भी चिकित्सालय कर्मी किसी भी पद पर तैनात हो मरीजो के साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए। इनको नैतिकता का पाठ पढ़ना आपके मेडिकल कॉलेज की छवि बनाए रखना के लिए जरूरी है। जिसमें प्राथमिकता तौर पर दिव्यांगजनों, बेसरा लोगों एवं ब्लाइंड मरीजों वृद्धजनों, वृद्ध महिलाओं आदि की आवश्यक मदद के लिए दून अस्पताल मेडिकल कॉलेज में जितने भी जनसंपर्क अधिकारी के पद पर नियुक्त किए हैं उन सभी को ड्रेस कोड में मरीजों की सेवा एवं आवश्यक मदद के लिए एवं उनकी समस्याओं का समाधान के लिए तत्पर मौके पर रहना चाहिए।

वही ऐसा लगता है कि जैसे बेकाबू होकर यह कुछ कर्मी मरीजो से अच्छा व्यवाहार नही करते जिस कारण नही सम्भल रहा है गीता जैन से दून राजकीय मेडिकल कॉलेज का प्रभार। साथ दून हॉस्पिटल की एचओडी भी प्रो0/डॉ गीता जैन की बातों को कर्मीचारी क्यो कर रहे हैं अनसुना। वही जिसमंे इस दून मेडिकल कॉलेज में उपचार कराने वाले मरीजो के साथ आखिरकार ये घोर लापरवाही क्यों।

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