कृषि मंत्री ने बीमा कंपनी के अधिकारियों को किसानों के हित में दिए निर्देश!

कृषि मंत्री ने निर्देश : सेब बागवानों को फसल बीमा का मुआवजा दिया जाए!

उत्तराखण्ड: 09 अगस्त 2024, शुक्रवार को देहरादून कैप कार्यालय में उत्तराखण्ड कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बीमा कंपनी द्वारा जनपद उत्तरकाशी के किसानों का बीमा निरस्त करने के संबंध में कृषि महानिदेशक, उद्यान निदेशक तथा एसबीआई बीमा कंपनी के स्टेट हेड के साथ बैठक की। वही इस दौरान  जोशी ने बीमा कंपनी के अधिकारियों को किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए किसानों को तत्काल फसल बीमा की धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वही इस बैठक में कृषि एवं उद्यान महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, उद्यान निदेशक दीप्ति सिंह, बीमा कम्पनी के प्रतिनिधिगण एवं उत्तरकाशी से प्रगतिशील किसान संजय थपलियाल एवं आजाद डिमरी भी उपस्थित रहे।

वही इस बैठक के  मौके पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने विभागीय अधिकारियों और बीमा कंपनी के अधिकारियों को किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए किसानों को तत्काल बीमा धनराशि का मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने महानिदेशक को तत्काल अपने स्तर से कार्यवाही करने और भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार ब्लॉक, तहसील स्तर पर बीमा कंपनी द्वारा अधिकारी व कर्मचारी की तैनाती के लिए भी निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा वर्षा/सूखा एवं ओलावृष्टि से फसलों की सुरक्षा के लिए बीमा कराया गया हैं तो ऐसे में किसानों को उनकी फसल बीमा का उचित मुआवजा मिला चाहिए।

इस दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी ने इस बारे में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी पत्र लिखकर इस प्रकरण को अवगत कराया है और राजकीय पोर्टल को पुनः खोलने का अनुरोध किया है ताकि सेब की फसल का बीमा पुनः हो सके। गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के नौगांव, पुरोला और मोरी ब्लॉक के किसानों द्वारा कुछ दिन पूर्व कृषि मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपकर उन्हें मामला अवगत कराया था।

ज्ञापन में कृषकों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत माह दिसम्बर-जनवरी (2023-24) में सेब की फसल का बीमा किया गया था, परन्तु सीएससी / एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा बीमा धनराशि प्राप्त करने के उपरान्त भी किसानों का बीमा निरस्त किया जा रहा ओर जिन किसानों का प्रीमियम एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा वापिस किया गया है, उनको बीमा करने की अनुमति पुनः प्रदान करने का आग्रह किया गया था।

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