DIS में PM मोदी के ‘‘परीक्षा पे चर्चा-’ कार्यक्रम पर गर्वनर का छात्रों को संदेश!

उत्तराखण्डः10 फरवरी . 2025, सोमवार को देहरादून / राजधानी स्थित आज दून इंटरनेशनल स्कूल, डालनवाला, देहरादून में उत्तराखण्डः  राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने  माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘‘परीक्षा पे चर्चा-2025’’ कार्यक्रम को सुना। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए उन्हें परीक्षा के तनाव को प्रबंधित करने, आत्मविश्वास बनाए रखने और मानसिक रूप से सशक्त रहने के लिए उपयोगी सुझाव दिए।

इस कार्यक्रम में विधायक खजान दास, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा झरना कमठान, स्कूल के चेयरमैन डी. एस. मान, निदेशक एच. एस. मान, प्रधानाचार्य दिनेश बर्त्वाल और स्कूल के बच्चे उपस्थित रहे।

वही इस कार्यक्रम के उपरांत, राज्यपाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी का संवाद न केवल छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की शंकाओं का समाधान करता है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाता है। उन्होंने परीक्षा को बोझ न मानने, बल्कि इसे एक सकारात्मक अवसर के रूप में देखने पर जोर दिया। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के इस विचार को रेखांकित किया कि विद्यार्थियों को दूसरों से प्रतिस्पर्धा करने के बजाय स्वयं से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम न केवल छात्रों बल्कि उनके अभिभावकों को भी तनावमुक्त वातावरण बनाने में मदद करेगा, जिससे सभी का आत्मविश्वास बढ़ेगा।

इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई विशेष प्रतिभा होती है, जिसे पहचानना और उसे निखारना आवश्यक है। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों की रुचियों को समझें और उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। कठिन परिश्रम के साथ व्यतीत किया गया समय कभी व्यर्थ नहीं जाता, बल्कि यह भविष्य की सफलता का आधार बनता है।

इस दौरान विद्यार्थियों को विशेष रूप से लिखने की आदत को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि लिखी हुई बातें लंबे समय तक याद रहती हैं। उन्होंने छात्रों से बदलते समय के अनुसार खुद को ढालने और नवीनतम तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया, ताकि वे आने वाली चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकें।

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री जी के सुझावों को आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और तनाव मुक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

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