उत्तराखण्डः 12- Jan. 2025, रविवार को देहरादून स्थित मतदाताओं के सामने दंडवत हो रहे नेताजी, वोट के लिए चरण स्पर्श प्रणाम करते दिख रहे दावेदार. उम्मीदवार अब तरह-तरह के प्रलोभन देकर अपनी चुनावी नैया पार करने की कवायद में जी जान से जुटे हैं।यह नेताजी वोट के खातिर इतना गिर गए हैं कि अपनी उम्र से छोटी महिलाओं के भी पैर छूने में पीछे नहीं रहे हैं। और उनके आगे ऐसा प्यार दिखा रहे हैं जैसे उनके आगे बहुत छोटा अभी नाबालिक है।एक वोट के खातिर नेता जी आज गली.-गली भटक रहे हैं जो गाली उसने अपने जीवन भर में बचपन से नहीं देखी आज उसे गलियों में भी घुस रहे हैं। एक एक वोट के खातिर हर किसी के भी हाथ पैर पढ़ रहे हैं लाड प्यार दिखाने में भी र्शमा नही रहे है।
वही इस कड़ाके की ठंड में चल रही है..!
निकाय चुनाव की गर्म ब्यार, कोई सुनहरे सब्ज़बाग दिखा रहा।
कोई दिखा रहा पैसो की झनकार, पोस्टर, बैनरो से शहर पट गए।।
सड़को पर भी बैनर लटक रहे, 23 जनवरी तक कदमो में गिरे है।।
अहंकार भूल गए सब विन्रम बने है, जीत की नैया पार लग जाये बस।।
यही अरमान हर प्रत्याशी के जगे है, किसी ने टिकट करोड़ो में खरीदा।।
किसी ने विद्रोह कर ताल ठोका, स्वयं को बता रहे सेवक जनता का।।
जीतकर क्या फिर नज़र आएंगे वे, ईमानदारी से क्या विकास कर पाएंगे वे।।
ऐसा यकीन हो तभी वोट दीजियेगा, वर्ना वोट की मजबूत चोट दीजियेगा।।
एक-एक वोट के लिए मम्मी मम्मी, कुछ भी चले गा!! स्थानीय निकाय चुनाव मे उम्मीदवारों के अजीब गजिब अंदाज सामने आने लगे है। कुछ मातृ शक्ति को नमन करने मे लगे है तो कुछ को वोटरों मे अपनी मम्मी का अक्स भी नजर आ रहे है। यही नहीं जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है । वैसे वैसे नेताजी की बेचैनी भी दिखने लगे है, कोई वोटरों को दारू मुर्गा की पार्टी देकर लुभा रहा है। तो कोई अपनी वर्षो पुरानी दोस्ती का हवाला दे रहा है। लेकिन यह वोटर परिक्रमा क्या रंग लाएगी वह तो ईविम खुलने के बाद ही पता चलेगी। लेकिन इतना तय है कि वोटर को, माँ, बहन बोल कर जैसे भी हो अपने पक्ष मे कैसे किया जाये इसी गुणा भाग मे नेताजी की राते गुजर रही है।