देहरादून/उत्तराखण्ड: 15 JAN. 2024, सोमवार को देहरादून , सचिवालय में मुख्यमंत्री ने सचिवालय में बैठक लेते हुए कहा देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार द्वारा बच्चों पर आक्रमण करने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रमुख सचिव वन आर. के. सुधांशु को निर्देश दिये कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना पर कार्य करें।
इस दौरान सचिवालय में मुख्यमंत्री ने बैठक लेते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने में लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई भी की जाए। गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाये जाएं और रात्रि गश्त की जाय। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं हो रही है, उन क्षेत्रों में वन विभाग को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए।
वही इस दौरान सीएम ने कहा कि मानव वन्यजीव संघर्ष में मृत्यु होने पर मृतक के परिवारजनों को आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाने वाली अनुग्रह राशि को 04 लाख रूपये से बढ़ाकर 06 लाख रूपये करने का प्रस्ताव जल्द लाया जाए। उन्होंने कहा कि नये वाइल्ड लाईफ रेस्क्यू सेंटर भी बनाये जाएं। वाइल्ड लाइफ में धारण क्षमता से अधिक जानवर होने की स्थिति में यदि अन्य राज्यों से जानवरों की डिमांड आ रही है, तो इसकी भी डिटेल रिपोर्ट बनाई जाए। वही इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख वन संरक्षक, वन्यजीव डॉ. समीर सिन्हा उपस्थित थे।
बता दे कि (14 Jan. 2024) इस रविवार को कैनाल रोड देहरादून स्थित चीड़ों वाली खाला, रिसपाना नदी के जंगल झाड़ी क्षेत्र में गुलदार द्वारा 12 वर्षीय बच्चे निखिल, पुत्र श्री शेर बहादुर पर हमला किया गया, जिसमे उनके सर पर चोट आई, निखिल अपने साथियों के साथ जंगल झाड़ी क्षेत्र में लकड़ियां बीनने गया था, जब ये घटना हुई।
मिली ताजा जानकारी के अनुसार निखिल रविवार दोपहर बाद अपने पड़ोसियों कमल थापा, गौतम थापा, उमेश थापा और करण थापा के साथ रिस्पना नदी में खेलने निकला था। नदी में खेलकर घर लौट रहे थें। उन्होंने कुछ देर के लिए वहां आग जलाई और हाथ सेंकने लगे। इसी बीच निखिल ने कहा कि घर चलो सब इंतजार कर रहे होंगे। कुछ देर बाद सभी पांचों वहां से चल दिए। इनमें से एक साथी नदी किनारे फैली बेल से लौकी तोड़ने लगा। सबसे पीछे निखिल पर गुलदार काल बनकर झपटा मार कर हमला किया ।
वही मौके पर दोस्तों ने आव देखा न ताव सभी चारों लोगों ने निखिल के पांव पकड़ लिए। उस समय गुलदार के मुंह में निखिल के सिर का पिछला हिस्सा था। वही, जब तक वह उसे पूरी तरह अपने चंगुल में लेता सभी ने निखिल को अपनी ओर खींच लिया। निखिल ने भी अपने बड़े साथियों की तरह ही गुलदार से लोहा लिया। अभी निखिल का उपचार चल रहा है।