वही जिसमें मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व कैंची धाम में नीब करौरी बाबा की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि, शांति, एवं खुशहाली की कामना की। प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों और प्रतिष्ठानों में 14 जनवरी से 22 जनवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंचीधाम में आए भक्तों को प्रसाद वितरण किया। साथ ही विभिन्न प्रदेशों से आए लोगों से सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक भी लिया। स्वच्छता अभियान में शामिल पर्यावरण मित्रों के कार्यों की सराहना करते हुए उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों, स्वयं सहायता समूह, ग्राम प्रधानों एवं पर्यावरण मित्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
बता दे कि अब कैंची धाम की मान्यता वैश्विक पटल तक पहुंच पहुंच गई है। हर रोज कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। भक्तों की आस्था, भाव और आने वाले पांच दशकों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन करते हुए सरकार कैंची धाम का मास्टर प्लान तैयार कर रही है। कैंची धाम मास्टर प्लान से आने वाले समय में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी। धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन बढ़ेगा और सरकार की आर्थिकी सुदृढ़ होगी। साथ ही आने वाले पांच दशकों को ध्यान में रखते हुए कैंची धाम का मास्टर प्लान होगा तैयार..!
इसके अतिरिक्त कैंची धाम पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का महिलाओं ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। इस दौरान सीएम धामी ने 24.68 करोड़ की लागत के शिलान्यास किए। जिसमें सैनिटोरियम से सिरोड़ी मार्ग का सुधारीकरण और डामरीकरण के लिए 1214.71 लाख,सैनिटोरियम से नैनीबैंड तक भवाली का निर्माण कार्य सुधारीकरण और डामरीकरण के लिए 1162.32 लाख, कैंची हरतपा – हली मोटर मार्ग का नाम परिवर्तन कर शहीद लांस नायक संजय बिष्ट मार्ग का और नगर निगम हल्द्वानी वार्ड 54 में नीम के पेड़ से प्रताप सिंह बिष्ट के घर तक मार्ग का सुधारीकरण के लिए 90.65 लाख का शिलान्यास किया।