देहरादून/उत्तराखण्ड: 19 JULY .. 2023, खबर… राजधानी से बुद्धवार को आज मिली ताजा जानकारी के अनुसार गढ़वाल/उत्तराखंड के चमोली जनपद में नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर बड़ा हादसा हो गया, जिसमें बिजली के करंट लगने से कम से कम 16 लोगों की मृत्यु मौके पर हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले के चमोली बाजार के पास सीवर ट्रीटमेंट प्लांट प्रोजेक्ट चल रहा है। वही इसी के साथ ही ट्रांसफार्मर में अचानक धमाका होने की वजह से हर तरफ करंट फैल गया। करंट की चपेट में कई लोगों की मौत हो गई। आज वही इस दौरान चमोली में हुई दुखद घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति एवं उनके परिवारजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
सूत्रो के हवाले से मिली ताजा जानकारी के अनुसार बुद्धवार को सुबह नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर करंट फैलने से 27 लोग हताहत हो गए। अब तक 16 लोगों की मौत हुई है। और अन्य घायलों का AIIMS अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को 108 और मैक्स वाहन की मदद से गोपेश्वर जिला अस्पताल पहुंचाया। 6 घायलों की हालत गंभीर होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश स्थित एम्स लाया गया है। बाकी 5 घायलों का गोपेश्वर में ही इलाज किया जा रहा है।
वही इस मौके पर सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी चमोली को घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घायलों को हायर सेंटर रेफर करने के लिए हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली जा रही है। सरकार और प्रशासन के द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे हैं। अनुमन्य सहायता राशि शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी।
वही इसी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चमोली घटना के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों को एम्स ऋषिकेश हेलीकॉप्टर से लाया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय को भी घटना की पूरी जानकारी दी गई है।
वही इस घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपए की राहत राशि अविलंब प्रदान करने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं। इस मौके पर सीएम के निर्देश पर जिलाधिकारी चमोली ने अपर जिलाधिकारी चमोली को एक सप्ताह के अन्दर घटना की विस्तृत मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दिये हैं। सभी गम्भीर घायलों को हेलीकॉप्टर से इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश लाया जा रहा है।
इस दौरान सीएम धामी ने जिला प्रशासन से हर अपडेट की जानकारी ले रहे हैं। वही इसी के साथ एडीजी कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन ने बताया कि पूरा घटनास्थल (प्लॉट) लोहे की ग्रिल और रेलिंग से बना हुआ था। जिस कारण करंट की तीव्रता बढ़ गई और यह हादसा हो गया. उन्होंने बताया कि हादसे का शिकार होने वालों में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और तीन होमगार्ड भी शामिल हैं।
सूत्रो की माने तो नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (NMCG) के अनुसार, अपने प्रमुख ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट के माध्यम से, केंद्र बहुस्तरीय प्रयास के जरिए मिशन मोड पर काम कर रहा है ताकि राज्य में गंगा नदी के हर हिस्से को स्वच्छ पानी मिले। वही स्थानीय लोगों ने इस घटना के बारे में बताया कि मंगलवार रात नमामि गंगे परियोजना में कार्यरत केयर टेकर (चौकीदार) का जब सुबह फोन नहीं लगा, तो उसके परिजनों ने खोजबीन शुरू की। वही इस प्रोजेक्ट साइट पर पहुंचकर उन्हें पता चला कि उसकी करंट लगने की वजह से पहले ही मौत हो चुकी है।
सूत्रो की माने तो यह हादसा मंगलवार यानी 18 जुलाई की रात को हुआ। जिसके बाद पुलिस जांच के लिए पहुंची, लेकिन इसी दौरान दूसरी बार करंट फैल गया और वहां मौजूद सभी लोग इसकी चपेट में आ गए। मिली जानकारी के मुताबिक नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की ओर से गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कई नए घाटों और श्मशानों का भी निर्माण किया है। सूत्रो की माने तो हरिद्वार में शिव घाट और चंडी घाट तथा अलकनंदा और नंदाकिनी के संगम पर नंदप्रयाग संगम घाट तैयार किया गया है।