यह मेला समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित का एक अनूठा प्रयास है! CM

उत्तराखंड: 06 Oct. 2025, सोमवार को देहरादून ।   ऋषिकेश में  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आयोजित ’’सरस आजीविका मेले’’ में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सी.एल.एफ. हेतु 1.20 करोड़ रुपये की 12 आर्थिक गतिविधियों का लोकार्पण किया, इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने  10 अन्य सी.एल.एफ. के लिए 1 करोड़ रुपये की प्रस्तावित आर्थिक गतिविधियों का शिलान्यास भी किया । उन्होंने आज Rising Tehri – Physics Wala Online Coaching Class का भी लोकार्पण किया गया है। इस कोचिंग क्लास में अब युवा जेईई और नीट आदि की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी अपने गाँव-घर में रहते हुए भी कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मेले में ग्राम्य विकास विभाग और जिला प्रशासन द्वारा ’ग्रामोत्थान परियोजना’ के अंतर्गत की गई पहल की सराहना की।  वही इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी,  श्री सुबोध उनियाल, स्वयं सहायता समूह के सदस्य, ग्रामीण उद्यमी तथा स्थानीय लोग  उपस्थित रहे।

वही इस दौरान  कार्यक्रम में.मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने .कहा कि यह मेला हमारे ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित करने का एक अनूठा प्रयास है।!

  • सी.एल.एफ. के लिए 1.20 करोड़ की 12 आर्थिक गतिविधियों का मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया लोकार्पण
  • 10 अन्य सी.एल.एफ. हेतु 1 करोड़ की प्रस्तावित आर्थिक गतिविधियों का हुआ शिलान्यास
  • ‘Rising Tehri – Physics Wala Online Coaching Class’ का शुभारंभ, अब गांवों में होगी जेईई-नीट की तैयारी
  • मुख्यमंत्री ने ‘ग्रामोत्थान परियोजना’ के तहत ग्राम्य विकास विभाग की पहल की सराहना की
  • सीएम धामी बोले-सरस मेला ग्रामीण संस्कृति, कौशल और उद्यमिता को राष्ट्रीय पहचान दिलाने का मंच
  • ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को साकार कर रहे हैं आजीविका मेले
  • मुख्यमंत्री ने किया आह्वान-स्वदेशी अपनाएं, ग्रामीण कारीगरों और मातृशक्ति के सपनों में करें निवेश
  • लखपति दीदी योजना से अब तक 1.65 लाख महिलाएं बनीं लखपति
  • ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ से 5.5 करोड़ रुपये का हुआ महिला उद्यमियों द्वारा विपणन
  • ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड से स्वदेशी उत्पादों की पहुंच बनी वैश्विक
  • राज्य में 68 हजार स्वयं सहायता समूहों से 5 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ीं
  • 3 लाख से अधिक महिला किसान बन रहीं आत्मनिर्भर, 2.5 लाख किचन गार्डन की हुई स्थापना
  • ‘महिला किसान सशक्तिकरण योजना’ और ‘फार्म लाइवलीहुड’ से ग्रामीण महिलाओं में आई आर्थिक मजबूती

मेले में बड़ी संख्या में उपस्थित स्वयं सहायता समूह के लोगों एवं ग्रामीण उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि यह मेला हमारे ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित करने का एक अनूठा प्रयास है। आजीविका मेलों के माध्यम से, जहाँ एक ओर स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का एक उत्कृष्ट मंच मिलता है, वहीं ये मेले आदरणीय प्रधानमंत्री जी के ’’आत्मनिर्भर भारत’’ और ‘’वोकल फॉर लोकल’’ के मंत्र को भी साकार करने में सहायक सिद्ध होते हैं। आज मातृशक्ति आत्मनिर्भरता की नई कहानी लिख रही हैं, जो इस सरस मेले में भी स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रहा है।

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