8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण, जानिए कितना अद्भुत है!

उत्तराखंड:06 अप्रैल 2024, इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण अद्भुत है।  यह  ग्रहण 4 मिनट 28 सेकेंड तक दिखेगा। वहीं नासा की सलाह है कि सभी सावधानियों के साथ ही इस पूर्ण सूर्यग्रहण को देखें। साथ ही जानकारों की माने तो 08 अप्रैल 2024 को लगने वाले सूर्य ग्रहण का विश्व पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी प्राप्ति होगी। ज्योतिष में, सूर्य ग्रहण का काफी महत्व बताया गया है। इस ब्लॉग में हम बात करेंगे वर्ष 2024 के पहले सूर्य ग्रहण के बारे में, इससे पड़ने वाले प्रभाव के बारे में और साथ ही, इस सूर्य ग्रहण का विश्व पर क्या कुछ असर देखने को मिलेगा इस बारे में कुछ विशेषज्ञ ने बताया जो आपको भी हम बता रहे हैं।

ज्योतिषीय दृष्टि से, जब सूर्य और राहु किसी राशि में एक साथ आते हैं तो ग्रहण योग बनता है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत अशुभ माना जाता है। इस बार सूर्य ग्रहण चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में मीन राशि और रेवती नक्षत्र में घटित होने जा रहा है।

ज्योतिषों की माने तो दू पंचांग के अनुसार, ये ग्रहण भारतीय उपमहाद्वीप में नजर नहीं आएगा। जिसका अर्थ है कि पृथ्वी की छाया चंद्र सतह को एक निश्चित सीमा तक ही छिपाएगी। बता दें कि जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं यानी सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है, तो ऐसी स्थिति को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

सूर्य और पृथ्वी के बीच जब चंद्रमा आता है, तो पृथ्वी पर उसकी छाया पड़ती है। इस दौरान वह सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है। वैदिक ज्योतिष के अंतर्गत सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है इसलिए जब कभी भी सूर्य ग्रहण की घटना होती है, तब पृथ्वी पर रहने वाले सभी प्राणियों पर इसका कुछ ना कुछ प्रभाव अवश्य पड़ता है।

तो आईए जानते हैं इसके बारे में इस 8 अप्रैल0 24,को भारत में नहीं दिखाई देगा इस साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए कारण…!सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण नियमित रूप से हर साल पृथ्वी और चंद्रमा की गति के आधार पर लगाते हैं। साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 8 अप्रैल को लगने वाला है।

इस दौरान नासा की सलाह है कि सभी सावधानियों के साथ ही इस पूर्ण सूर्यग्रहण को देखें। बता दें कि सूर्य ग्रहण के दौरान जबकि चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य की सतह को ढक लेगा तो आप नंगी आंखों से इसे देख सकते हैं। लेकिन आमतौर पर बिना आई Protection के सूर्य को सीधे देखने से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।

बता दें कि साल का यह पहला ग्रहण अमेरिका (America) में दिखाई देगा। सबसे खास बात है कि 2017 के बाद से यह पहला ऐसा ग्रहण होगा जो सबसे ज्यादा वक्त तक दिखाई दिया था। इससे पहले America में 2 मिनट 42 सेकेंड तक चलने वाला ग्राहण सात साल पहले दिखाई दिया था।

बता दें कि भारत में माना जाता है कि सूर्य ग्रहण अमावस्था तिथि को लगता है। 8 अप्रैल 2024, दिन सोमवार को चैत्र मास की अमावस (New Moon) तिथि को ग्रहण लगेगा। लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। अप्रैल 2024 में दिखाई देने वाला ग्रहण 4 मिनट 28 सेकेंड तक दिखेगा।

समय की बात करें तो, साल का पहला सूर्य ग्रहण 08 अप्रैल, 2024 की रात 09 बजकर 12 मिनट से 09 अप्रैल की मध्यरात्रि 02 बजकर 22 मिनट तक लगेगा। यह साल का पहला सूर्य ग्रहण है और हिंदू पंचांग के अनुसार यह चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में लगेगा। दृश्यता की बात करें तो यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।

बता दें कि जब सूरज और पृथ्वी के बीच में से चंद्रमा गुजरता है और सूर्य पूरी तरह से ढक जाता है तो उसे पूर्ण सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) कहा जाता है। वहीं जिसमें आमतौर पर ऐसा बहुत कम होता है जबकि सूर्य की किरणों को चंद्रमा पूरी तरह से ढक ले। इसीलिए यह आम सूर्य ग्रहण से अलग होता है। आमतौर पर चंद्रमा, सूर्य के एक हिस्से को ही ढकता है जिसे हम आंशिक सूर्य ग्रहण भी कहते हैं।

जैसा कि हमने बताया कि 8 अप्रैल को लगने वाला ग्रहण दुनियाभर में नहीं दिखेगा। NASA का कहना है कि यह पू्र्ण सूर्य ग्रहण Mexico से शुरू होकर अमेरिका के टेक्सस से गुजरेगा। सूर्य ग्रहण की पूरी लोकेशन की जानकारी आप नासा के ब्लॉग पर जाकर भी ले सकते हैं।

 

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