उत्तराखंड:06 अप्रैल 2024,खसखस के प्रयोग से शारीरिक में होने वाले स्वास्थ्य लाभके बारे में बतातेहैं जो आपके पेट एवं स्वस्थ में लाभदायक होगे। खसखस का इस्तेमाल सब्जी की ग्रेवी और सर्दी के दिनों में स्वादिष्ट हलवा बनाने के लिए किया जाता है। यह स्वाद और सेहत से भरपूर है, इसलिए स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करने के लिए भी इसे दवा के रूप में प्रयोग करते हैं।
बता दें कि खस या खसखस एक सुगंधित पौधा है। खसखस का इस्तेमाल सब्जी की ग्रेवी और सर्दी के दिनों में स्वादिष्ट हलवा बनाने के लिए किया जाता है। तो आइए जानें खसखस के स्वास्थ्य लाभ में से कुछ लाभों के बारे में।
इसका सेवन करने से कई बीमारियों जैसे सर्दी- खांसी ,दिल के रोग, उलटी,स्किन डिजीज, बुखार, सिरदर्द,पेशाब की जलन,सांस के रोग,पित्त रोग और मांसपेशियों में ऐंठन की परेशानी का उपचार किया जा सकता है। फाइबर,फैट और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर खसखस की तासीर ठंडी होती है जो पाचन को दुरुस्त करती है।खसखस के बीज भीगने के बाद बेहद ताकतवर बन जाते हैं। यह बुढ़ापे में आने वाली कमजोरी और थकान को जड़ से मिटा देते हैं।
खसखस के बीज उम्र के साथ दिमाग को कमजोर नहीं होने देते। इनमें दिमाग का कामकाज बढ़ाने वाले खास गुण होते हैं, जिन्हें एंटीऑक्सीडेंट्स कहा जाता है। यह याददाश्त कमजोर करने वाले फ्री रेडिकल का नाश करते हैं।
कई तरह की छोटी-छोटी समस्याओं जैसे अधिक प्यास लगना, बुखार, सूजन या पेट में होने वाली जलन से राहत पाने के लिए खसखस का प्रयोग किया जाता है। यह पेट में बढ़ने वाली गर्मी को भी शांत करने में सहायक है।
1. पेचिश-दस्त-दो चम्मच खसखस में पानी डालकर, पीसकर चौथाई कप दही मिलाकर नित्य दो बार 6 घंटे के अंतर से खाने से पेचिश, दस्त और मरोड़ ठीक हो जाते हैं। साथ ही खसखस की खीर बनाकर खाने से भी लाभ होता है।
2. शक्तिवर्धक-खसखस की खीर खाने से शक्ति बढ़ती है| दो चम्मच खसखस रात को पानी में भिगो दें, उसे पीसकर प्रात: स्वादानुसार मिश्री मिलाकर पानी में घोलकर लस्सी बनाकर पीने से गर्मी में मस्तिष्क ठंडा रहता है, और गर्मी कम लगती है| खसखस का शर्बत भी लाभदायक है|
3. चर्म रोग-(गर्मी में होने वाले चर्म रोग) गर्मी में प्राय: बच्चों के फोड़े-फुंसियां निकलती रहती हैं| खसखस का शर्बत नियमित देते रहने से गर्मी के मौसम में होने वाले चर्म रोग ठीक हो जाते हैं तथा खसखस का शर्बत नित्य पीते रहने से गर्मी के कारण होने वाले चरम रोग नहीं होते| संक्रामक चर्म रोग भी नियमित खसखस का शर्बत पीने से ठीक हो जाते हैं|