जब तक दांत बच सकते हैं, तब तक बचाएं….डेंटल सर्जन डॉ0कोहली की राय !

जिला अस्पताल के दंत रोग विषेशज्ञ डॉ0कोहली ने दांतों की बीमारियों को दूर भगाने के टिप्स दिए।

देहरादून/उत्तराखण्ड: 30-JAN.. 2023, खबर…. राजधानी से   आपकी सुंदरता को बरकरार रखने के लिए हमारे दांत अगर सुंदर व चमक दार होगें तो हम शरीरिक व मानसिक एवं दिखने में खूबसूरत लगेगें। वही दांतो की विभिन्न तरह की बिमारीयों एवं उनकी देख भाल आदि के विषय पर  दंत विषेशज्ञ  डॉ0 पंकज  कोहली से वार्ता के दौरान दांतो को लेकर हमारे समाचार के विशेष संवादाता से चर्चा हुई।

वही जिसमें उन्होनें सबसे पहले बताया कि  प्रकृति से इंसान को दो बार निशुल्क दांत मिलते हैं। एक बार दूध के दांत और दूसरी बार व्यास्क के दांत , दोनों बार प्रकृति से मिले दांतों को सही तरह से संभाल लेना चाहिए, अन्यथा डाक्टर से इलाज की जरूरत पड़ेगी। यह बात जिला अस्पताल कोरोनेशन  देहरादून  के सीनियर डेंटल सर्जन  डॉ0 पंकज कोहली ने विशेष संवादाता से  कही।    उन्होनें ने बताया कि यहा कोरोनेशन जिला अस्पताल कोरोनेशन में दांतो की विभिन्न बिमारियों पीडित मरीजो की संख्या करीब 50-60 रोज  आते है।

वही इस चर्चा के दौरान देहरादून के जिला अस्पताल पं0 दीनदायाल उपाध्यय ( कोरोनेशन)  अस्पताल के सीनियर डेंटल सर्जन डॉ0 पंकज कोहली  ने कहा कि दांतो की खूबसूरती कैसे बनाए व बिमारीयों से कैसे बचे इसकी जानकारी हमारे संवादाता को डॉ0 ने बताया कि दांतों में होने वाली बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। यदि कोई बीमारी दांतों में लग गई है तो तत्काल दंत रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें क्योंकि जरा सी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।   बीमारी में  देरी करने पर समस्या बढ़ जाएगी।

  वही  दांतों व मसूड़ों के बीच गंदगी जमा हो जाने के कारण पायरिया हो जाता है। साथ ही उन्होनें कहा कि  यदि तंबाकू का सेवन करते हैं तो उसे बंद कर दें। तत्काल किसी डॉक्टर से मिलकर परामर्श लें। साथ ही नियमित ब्रश करना चाहिए। रात को अवश्य ब्रश करें।

साथ ही उन्होनें कहा कि -प्रति दिन गुनगुने  नमक-पानी सेअथवा माउथ वॉश से कुल्ला करें।   जंक फूड का सेवन कम से कम करें और करने के बाद ब्रश करें।  दांत शरीर के प्रमुख अंग में शामिल हैं। दांतों में समस्या होने से लोग न ढंग से खाना खा सकते हैं और न ही शीतल पेय पदार्थ का सेवन कर पाते हैं। साथ ही  दांतों की सफाई करवाएं। सफाई से दांत ढीले नहीं होते हैं। जब तक दांत बच सकते हैं, तब तक बचाएं।

साथ ही वरिष्ठ दंत रोग विषेशज्ञ  डॉ0 पंकज कोहली  नें   एक बात ओर कही जिन लोगो के यदि बच्चों के दांत टेड़े-मेड़े आ रहे हैं तो 13-14 साल की उम्र में पूरे पक्के दांत आने पर डेंटिस्ट से सलाह लें और तार लगवाकर उन्हें ठीक करवाएं।  अगर दाढ़ टेड़ी-मेड़ी है या सड़ रही है तो निकलवाना जरूरी है। नहीं तो दूसरे खाने वाले दांत भी खराब हो जाते हैं। दांतों में यदि कालापन दिख रहा है तो उसे अनदेखा न करें।

प्रति 6 माह में  में एक बार डेंटिस्ट को अवश्य दिखाएं। डेंटल फ्लॉस (दांत साफ करने के धागे से दांत साफ करना) करें। साथ ही  दांतों में यदि सड़न दिखना शुरू हो जाए तो तुरंत डाक्टर से इलाज शुरू करवा देना चाहिए, नहीं तो कुछ वर्षों बाद दर्द शुरू हो जाता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।  (Sugar)   शकर के उत्पाद से दूर रहें। मीठे खाद्य पदार्थ दांतों को जल्दी सड़ाते हैं। मसूड़ों में सूजन या खून आएं तो डेंटिस्ट को बताएं।

साथ ही डॉ0 कोहली  ने बताया कि बीमारी का समय पर उपचार बेहद जरूरी होता है। कई बार बच्चों के दांत संबंधी बीमारी को लेकर भी लापरवाही बरतने से समस्या बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि बच्चों के दांत आने से लेकर पूरे दांत आने तक निगरानी बेहद जरूरी है। कई मामलों में दांतों में टेढ़ापन से लेकर अन्य कई समस्या सामने आती है। उन्होंने बताया कि दांतों में कैविटी होना आदि ये सभी समस्याएं हमारे दांतों के लिए तो हानिकारक हैं,  ही साथ ही यह पूरे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी घातक है। इतना ही नहीं मुंह से बदबू आने पर कई बार दूसरों से बातचीत करना भी मुश्किल हो जाता है जो आपको शर्मसार करने लगता है।

इस दौरान उन्होंने दांतों की बीमारियों को दूर भगाने के टिप्स भी दिए।  वही इसी के साथ दंत रोग विशेषज्ञ  के मुताबिक विटामिन A  हेल्दी दांतों के लिए यह जरूरी है। साथ ही दंत रोग विषेशज्ञ डॉ0कोहली  के मुताबिक विटामिन D-,विटामिन C, विटामिन K, मैग्नीशियम और जिंक कैल्शियम और फॉस्फेट को शरीर में बनाए रखने के लिए जरूरी है  दांतों की मजबूती के लिए अक्सर कैल्शियम  प्रमुख माना जाता है !  साथ ही दांतों की मजबूती के लिए अपनी डाइट में हरी सब्जी, फ्रूट और गुड क्लालिटी वाले प्रोटीन का सेवन करें!

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