देहरादून/उत्तराखण्ड: 27-APRIL.. 2023, खबर… राजधानी से बृस्पतिवार को मिली ताजा जानकारी के अनुसार देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर संज्ञान लिया है। नई दिल्ली प्रधानमंत्री कार्यलय (PMO ) ने राज्य के मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सरकार से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। इसके अलावा जवाब को सार्वजनिक करने के लिए पोर्टल पर डालने के आदेश भी दिये हैं।
मेयर द्वारा आय से अधिक संपत्ति जुटाने का मामला: बता दे कि विगत दिनों में आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी द्वारा देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा के पद के दुरुपयोग और आय से अधिक संपत्ति जुटाने के मामले का खुलासा किया। इसके बाद मेयर गामा ने कहा कि यह संपत्ति उन्होंने पूरी ईमानदारी से जुटाई है। इस मामले को लेकर दस्तावेज समेत एडवोकेट विकेश नेगी ने प्रधानमंत्री कार्यालय में भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत की थी।
विगत दिनों एक विकेश नेगी द्वारा पत्रकार वार्ता कर देहरादून के महापौर/मेयर सुनील उनियाल गामा को लेकर कई बड़े खुलासे किये हैं। पुख्ता दस्वाबेंजों के साथ किये गये इन खुलासों के साथ ही उन्होंने पूरे मामले की शिकायत विजिलेंस से भी की है। विकेश सिंह नेगी ने मेयर पर अपने पद का दुरूपयोग कर आय से अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार मेयर बनने के बाद गामा ने 5 करोड़ 32 लाख रुपये में 11 संपत्तियां खरीदी हैं। इसका बाजार मूल्य 20 करोड़ से भी अधिक है। उन्होंने मेयर गामा की शिकायत विजिलेंस को की है। उन्होंने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की है।
गौरतलब है कि आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश सिंह नेगी के मुताबिक 2018 में हुए चुनाव के समय सुनील उनियाल गामा ने लगभग सवा दो करोड़ की चल-अचल संपत्ति की घोषणा का शपथ पत्र दाखिल किया था। इसमें उनके पास छरबा विकास नगर में 12600 वर्ग और 4500 वर्ग गज का प्लाट, बंजारवाला में 260 वर्ग गज का प्लाट, कालागांव और डोभालवाला में 200-200 वर्ग गज का प्लाट और डोभालवाला में ही 333 वर्ग गज का प्लाट बताया। इसका मूल्य उन्होंने लगभग सवा दो करोड़ बताया।
वही इसी के साथ विकेश सिंह नेगी के अनुसार मेयर बनने के बाद उन्होंने अपने, अपनी पत्नी शोभा उनियाल, पुत्र शाश्वत के नाम से 11 विभिन्न संपत्तियां खरीदीं। राजस्व रिकार्ड में जिसकी कीमत 5 करोड़ 32 लाख 20 हजार है। एडवोकेट विकेश सिंह नेगी के मुताबिक इस संपत्ति का बाजार मूल्य 20 करोड़ से भी अधिक है।
वही इस दौरान अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मामले को संज्ञान में लिया है। वही नई दिल्ली पीएमओ के अनुभाग अधिकारी विवके प्रकाश ने मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सरकार डा. एसएस संघु को पत्र लिखकर कहा है कि एडवोकेट विकेश नेगी की याचिका पर उन्हें जवाब दिया जाएं और उसकी एक कापी पोर्टल पर अपलोड कर दी जाए।