उत्तराखंड 7 अक्टूबर 2025, मंगलवार देहरादून स्थित खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, एफ.डी.ए. मुख्यालय (निकट स्वास्थ्य निदेशालय) देहरादून, उत्तराखंड में अपर आयुक्त एवं ड्रग कंट्रोलर, श्री ताजबर सिंह जग्गी के द्वारा एक महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। जिसमें पत्रकार वार्ता में उन्होंने प्रदेशभर में संदिग्ध औषधियों की जांच, सैंपलिंग और बाजार नियंत्रण की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से जानकारी साझा की गई। अपर आयुक्त व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सिरप के सेवन से बच्चों के बीमार होने और मृत्यु की घटनाओं के बाद उत्तराखंड सरकार ने यह कदम एहतियातन और जनहित में उठाया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रदेश के हर जिले में चलाया जा रहा है।

वही इस पत्रकार वार्ता के दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि देहरादून जिले की ड्रग इंस्पेक्टर अपने कार्य पर मुस्तैद नहीं दिखाई देते और ना ही अपने कार्यालय में किसी भी समय मौजूद नही रहते हैं। अगर किसी पत्रकार या किसी आम जनता ने कोई किसी किस्म की केमिस्ट शाॅप की या होलसेल दवाईयों या दवा फैक्ट्री से संबंधित कोई शिकायत दर्ज करानी हो तो वह इन्हें ढूंढता रह जाएगा कि देहरादून के ड्रग इंस्पेक्टर कहां मिलेंगे, और कैसे मिलेंगे। यह भी पता चला है कि यह ड्रग इंस्पेक्टर किसी का भी फोन नहीं उठाते हैं, जबकि दून शहर में कई केमिस्ट की दुकानों में अनियमित बरती जा रही है, लेकिन इस ड्रग इंस्पेक्टर के द्वारा आज तक कोई ठोस कार्रवाई नही की गई है।
वही ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि अधिकतम मै कोर्ट केस में व्यस्त रहता हूं और साथ ही फील्ड पर भी रहता हूं। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि फील्ड पर कार्य का कहीं कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिखाई दिया अब तक। नहीं जनता किसे कहते पर कोई अमल किया हो।
वही, प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकार के इस सवाल पर अपर आयुक्त व ड्रग कंट्रोलर व अपर ड्रग कंट्रोलर आदि अधिकारियों ने चुप्पी सदा ली और इस सवाल पर जवाब ना देते हुए अपनी बगले झांकने लगे। वही, एक ड्रग अधिकारी ने तो देहरादून जिले के अपने ड्रग्स इंस्पेक्टर के बचाव में भी दिखाई दिए। इस दौरान एक वरिष्ठ ड्रग अधिकारी ने कहा कि अब देहरादून जिले में तीन ड्रग इंस्पेक्टर हो गए हैं, अब यह मुस्तैदी से आपना काम करेंगे और जनता की भी शिकायतों को सुनेंगे। अब देखने वाली बात क्या होगी यह तीन ड्रग्स इंस्पेक्टर मिलकर देहरादून में अवैध बिक्री की दावों पर कितना सुधार लाते हैं और अपने कार्य में नजीर पेश करते हैं।
इस दौरान एक वरिष्ठ ड्रग अधिकारी ने कहा कि अब देहरादून जिले में तीन ड्रग इंस्पेक्टर हो गए हैं, अब यह मुस्तैदी से आपना काम करेंगे और जनता की भी शिकायतों को सुनेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि ये तीन ड्रग्स इंस्पेक्टर मिलकर देहरादून में अवैध दवाओं की बिक्री पर कितना सुधार लाते हैं और अपने कार्य में नजीर पेश करते हैं।
साथ ही प्रदेशभर में लगातार छापेमारी की जा रही है। टीमों द्वारा विभिन्न मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और अस्पतालों की औषधि दुकानों से सैंपल एकत्र कर उन्हें परीक्षण के लिए प्रयोगशालाओं को भेजा जा रहा है। अपर आयुक्त व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में औषधि नियंत्रण अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे सीएफटीओ, मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और अस्पतालों की औषधि दुकानों से कफ सिरप के नमूने एकत्र करें और परीक्षण हेतु अधिकृत प्रयोगशालाओं को भेजें।