जब बालरूप धरे रामलला की स्यामल मनोहर छवि सामने आई, 22 Jan.को अद्भुत प्राण प्रतिष्ठा होगी!

.देहरादून/उत्तराखण्ड: 20 Jan..जय श्री राम… जय श्री राम के जयकारों की गूंज अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। वही जिसमें अपने रामलला को देखने को आतुर श्रद्धालुओं को थोड़ा चैन तो शुक्रवार को ही आ गया। वही जब बालरूप धरे रामलला की स्यामल मनोहर छवि सामने आ गई।  इस प्रतिमा के देखते ही वह सारे रूप, वह सारी व्याख्याएं एक-एक कर साकार सी होने लगीं । वही इस  22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा और हर कोई दर्शन कर सकेगा। देश भर में लोगों से राम ज्योति जलाने का आग्रह किया गया है। रामलला प्राण प्रतिष्‍ठा: PM मोदी 3 दिन चौकी पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोएंगे।

मिडियिा रिपोर्ट के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए मंदिर को अंदर से बेहद भव्य तरीके से सजाया गया है।  फूलों व लाइटिंग से सजाया गया है। जब श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में विराजे रामलला भक्तों को दर्शन देंगे।   वही इस दौरान  अयोध्या के राम  मंदिर को अंदर से फूलों से सुसज्जित किया गया है। वहीं, अलग-अलग तरह की प्रकाश व्यवस्था मंदिर को दर्शनीय बना रही हैं। बताया जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन मंदिर का सौंदर्य अपने उत्कृष्ट पर होगा।  इसी के साथ ही 16 जनवरी  2024 से प्राण प्रतिष्ठा की पद्धति के हिसाब से अयोध्या में राम मंदिर में पूजा का सिलसिला शुरू हो गया है।

इस पूजा समारोह का समापन 22 जनवरी को होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें शामिल होंगे। “प्रधानमंत्री मोदी आख़िरी दिन आएंगे । वो दोपहर 12.15 बजे के क़रीब गर्भगृह में अनुष्ठान शुरू करेंगे।  उस दिन मोदी जी आख़िरी पूजा करेंगे।  वो अन्य रीति रिवाजों के साथ-साथ आरती करेंगे और फिर पूजा का समापन हो जायेगा।  वो आधे घंटे का कार्यक्रम होगा।

मिली  जानकारी के अनुसार  गर्भगृह में विराजित की जाने वाली मूर्ति में कई तरह की खूबियां भी हैं। श्याम शिला की आयु हजारों साल होती है, यह जल रोधी होती है। चंदन, रोली आदि लगाने से मूर्ति की चमक प्रभावित नहीं होगी। पैर की अंगुली से ललाट तक रामलला की मूर्ति की कुल ऊंचाई 51 इंच है। चयनित मूर्ति का वजन करीब 150 से 200 किलो है। मूर्ति के ऊपर मुकुट व आभामंडल होगा। श्रीराम की भुजाएं घुटनों तक लंबी हैं। मस्तक सुंदर, आंखे बड़ी और ललाट भव्य है। कमल दल पर खड़ी मुद्रा में मूर्ति, हाथ में तीर व धनुष होगा। मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बाल सुलभ कोमलता झलकेगी।

 बता दे कि इस भव्य आयोजन में हिस्सा लेने के लिए मंदिर के निर्माण कार्य की देखरेख कर रही राम मंदिर कमेटी ने 7,000 साधु-संतों के अलावा 4,000 लोगों को न्योते दिए हैं। जिनमें 3,000 वीवीआईपी शामिल हैं। विश्व हिंदू परिषद ने बताया है कि राम मंदिर के उद्घाटन के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं को निमंत्रण दिया गया है। वही जिसमें सभी हिंदू समाज का मानना है कि धार्मिक आस्था एक निजी मामला है और इसे सियासी चश्मे से नहीं देखना चाहिए या इसका राजनीतिक दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।

मिडियिा रिपोर्ट के अनुसार श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर यातायात डायवर्जन शुक्रवार की मध्य रात्रि से लागू हो जाएगा। डायवर्जन के चलते लखनऊ, गोंडा, बस्ती, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी से अयोध्या की ओर आने वाले वाहनों को अलग-अलग मार्गों से गंतव्य तक भेजा जाएगा। अयोध्या में तीन दिनों के लिए बाहरी व्यक्तियों की एंट्री भी नहीं होगी। जो वहां के स्थानीय लोग हैं उन्हें पहचान पत्र दिए गए हैं।सभी बस अड्डों पर श्रद्धालुओं के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई गई हैं।

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