देहरादून/उत्तराखण्ड: 20-APRIL.. 2023, खबर… राजधानी से बृहस्पतिवार को महात्मा गाँधी नमक सत्याग्रह आंदोलन स्मारक स्थल , खाराखेत मझौन झाझरा रेंज , खाराखेत गाँव देहरादून में शहीद मेजर दुर्गा मल्ल मेमोरियल ट्रस्ट (रजि०) द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
वही इस दौरान कार्यक्रम मे सर्वप्रथम मुख्य अतिथि विधायक सहसपुर सहदेव पुंडीर , विशिष्ट अतिथि जितेंद्र सिंह गुसाई ( वन क्षेत्राधिकारी झाझरा रेंज खाराखेत गाँव देहरादून) , साथ ही गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा एवं ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती कमला थापा ने स्मारक स्थल में महात्मा गाँधीजी, खाराखेत नमक सत्याग्रह खड़क बहादुर सिंह बिष्ट एवं उनके साथियों को पुष्पमाला चढ़ाते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती कमला थापा ने सभी अतिथियों को खादा पहनाकर स्वागत ,अभिनंदन किया ।
वही इस मौके पर कार्यक्रम मे गोर्खाली सुधार सभा की मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने खाराखेत के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि;- देहरादून से 18 किलोमीटर दूर स्थित खाराखेत गाँव में, 1930 में महात्मा गाँधीजी के आवाह्न पर”आजादी के मतवालों” श्री खड़क बहादुर सिंह बिष्ट एवं उनके साथियों ने यहाँ नून नदी में नमक बनाकर ब्रिटिश हुकुमत को चुनौती दी थी ।
देहरादून स्थित खाराखेत गाँव आज भी लोगों के दिलों में देशभक्तिका जज्बा पैदा करता है । यह वही गाँव है जहाँ नून नदी का पानी नमकीन है | खाराखेत भले ही आज सरकारकी उपेक्षा झेल रहा हो पर ये जनमानस के लिए प्रेरणास्रोत है । वर्ष 1930 में गाँधीजी के नेतृत्वमें आजादी के दीवानें देशभर में नमक कानून तोड़ने को एकजुट हुए तो देहरादून क्यों अछूता रहता।
बता दे कि 20 अप्रैल 1930 दोपहर में अखिल भारतीय नमक सत्याग्रह समिति के बैनर तले श्री खड़क बहादुर सिंह बिष्टजी की अगुवाई में आजादी के मतवाले नून नदी खाराखेत में एकत्र हुए और नमक बनाकर ब्रिटिश हुकुमत का कानून तोडा़ और चेताया कि अब उनकी मनमानी नहीं चलेगी । फिर दोबारा 07 मई 1930 को उन्होंने नून नदी में नमक बनाया और फिर देहरादून शहर के टाऊन हाॕल में बेचते हुए अपनी गिरफ्तारी दी |इस प्रकार देहरादून उत्तराखण्ड भी गाधीजी के नमक आंदोलन का हिस्सा बना था । 1983 में श्री ब्रह्मदत्तजी, वित्त एवं नियोजन मंत्री उत्तरप्रदेश ने इस स्मारक की स्थापना की थी , पर रखरखाव के अभाव में आज यह स्मारक जीर्ण क्षीण अवस्था में है , स्मारक तक पहुँचने का रास्ता भी टूटा फूटा है ।
आज विधायक सहसपुर विधानसभा सहदेव पुंडीर ने इस स्मारक के जीर्णोद्धार एवं इस ऐतिहासिक स्थलको नई पहचान दिलाने हेतु हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। वही इसी के साथ उन्होनें ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती कमलाथापा और उनकी टीम को इस स्मारक स्थल के जीर्णोद्धार हेतु पहल के प्रयास की सराहना भी की । इस अवसर पर गोर्खाली सुधार सभा की अध्यक्ष पदम सिंह थापाजी ने भी इस कार्य हेतु सभी के सहयोग का आवाह्न किया ।
आज इस अवसर पर संगीतप्रेमी संस्था के कलाकारों ने देशभक्ति गीतों की एवं मीनू आले ग्रुप के बाल कलाकारो ने सुंदर नृत्यों की प्रस्तुतियाँ दीं | कार्यक्रम का संचालन श्री देविन शाही ने किया ।
वही इस अवसर पर आनंद कुमार थापा, मधुसूदन शर्मा , प्रेम क्षेत्री, श्रीमती अनिता क्षेत्री , श्याम राना श्रीमती देवमाया गुरूंग , श्रीमती पुष्पा क्षेत्री, श्रीमती पूनम गुरुंग , श्रीमती विनिता खत्री , राजेंद्र गुरूंग, शमशेर थापा , शेरजंग राना , अनिल थापा मोहन क्षेत्री , उदय ठाकुर , संजय थापा, दीपक राई , स्थानीय क्षेत्रवासी एवं वरिष्ठ महानुभावजन उपस्थित थे ।