भू बैकुंठ नगरी धाम के कपाट मिथुन लग्न में आज रात्रि बंद किए, यात्रा का समापन!

उत्तराखण्डः17 NOV. 2024, रविवार को  चमोली: स्थित भू बैकुंठ नगरी विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज रविवार 17 नवंबर 2024  को विधि- विधान से मिथुन लग्न में आज रात्रि 9.0 बजकर 07pm  बजे शीतकाल के लिए बंद किए । इस अवसर पर श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े पुलिस प्रशासन सेना,आईटीबीपी एसडीआरएफ सहित सभी विभागों मंदिर समिति अधिकारियों कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी है।

 वही इस मौके पर  बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में इस बार चारधाम यात्रा में 48 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे जो कि रिकार्ड है।

साथ ही उन्होने  बताया कि आज कपाट बंद होने के दिन तक साढ़े सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए है। अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में यात्रा समापन के अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है।

बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी ने बताया कि भू बैकुंठ नगरी विश्व प्रसिद्ध जय श्री बदरीविशाल के उदघोष के साथ विधि-विधान से आज रात्रि को 9 बजकर 07 मिनट पर ब़ंद होंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट!

इस अवसर पर * श्री बदरीनाथ मंदिर को भब्य रूप से 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया।

* दस हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद के दिन है मौजूद।

* 18 नवंबर प्रात: देव डोलियां योग बदरी पांडुकेश्वर तथा जोशीमठ प्रस्थान करेगी।

योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में 19 नवंबर से शीतकालीन पूजाएं शुरू होंगी।

इस मौके पर   सेना के भक्तिमय बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ विधि- विधान से जय बदरीविशाल के उदघोष के साथ आज रात्रि 9 बजकर 07 बजे शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे । आज कपाट बंद होने के दिन अभी तक साढ़े सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए है।इस दौरान बदरीनाथ धाम में पहाड़ियों पर बर्फ देखी जा सकती है जिससे सुबह शाम सर्द बयारें चल रही है कपाट बंद होने हेतु श्री बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश ने मंदिर को फूलों से सजाया है। स्थानीय लोक कलाकारों तथा महिला मंगल दल बामणी, पांडुकेश्वर द्वारा स्थानीय लोकनृत्य तथा जागर आदि का आयोजन किया।

 वही इस दौरान  श्री बदरीनाथ धाम में इस यात्रा वर्ष सवा चौदह लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये तथा श्री केदारनाथ धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या साढे सोलह लाख रही,कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व ने चारों धामों के विकास का रोड मैप धरातल पर उतारा जा रहा है। बदरीनाथ मास्टर प्लान का कार्य प्रगति पर है।श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के अवसर पर अधिकारियों के साथ बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय पहुंचे है।

 भू बैकुंठ नगरी बदरीनाथ धाम में आज दोपहर बाद फिर मौसम ने ली करवट. तेज सर्द हवाओं के साथ बदरीनाथ धाम की आसपास की ऊंची चोटियों पर एक बार फिर से बर्फबारी हुई. हिमपात होने से बदरीनाथ धाम में ठंड बढ़ गई है. इसके साथ ही धाम में शीतलहर चलने लगी है.

बदरीनाथ धाम में बर्फबारी के बाद भी श्रद्धालुओं की आस्था में कमी नहीं आई है. इसके अलावा वहीं, 02  नवंबर 2024  को गंगोत्री धाम के कपाट बंद किए! 3  नवंबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हुए थें।

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