करनपुर में अमावस्या के दिन श्री काली पूजा महोत्सव मनाया

उत्तराखंड: 20 Oct.2025,सोमवार को देहरादून / राजधानी स्थित – पूजा समिति, बंगाली लाइब्रेरी, करनपुर, देहरादून  की ओर से सभी भक्तजनों एवं श्रद्धालुओं को श्री श्री काली पूजा महोत्सव में सादर आमंत्रण दिया जाता है। यह पावन उत्सव श्रद्धा, भक्ति और सामुदायिक सौहार्द के साथ मनाया जाएगा।

बता दे कि  दीपावली की रात पूर्वी भारत में मां लक्ष्मी की बजाय मां काली की पूजा की जाती है, जिसे महानिशा पूजा कहा जाता है, यह पूजा निशीथ काल में होती है और तांत्रिक परंपरा से जुड़ी है, जो भय और अंधकार के विनाश तथा आत्ममुक्ति का प्रतीक है.

वही जिसमें कार्तिक मास की अमावस्या के दिन सिर्फ धन की देवी मां लक्ष्मी, विघ्नविनाशक गणेश जी और कुबेर देवता की ही पूजा नहीं होती है, बल्कि यह दिन 10 महाविद्या में से एक मां काली की पूजा के लिए भी बेहद शुभ माना गया है. आज दिवाली पर  पूजा समिति, करनपुर,  द्वारा काली पूजा के कार्यक्रम दिनांक 20 अक्टूबर 2025 को रात्रि 10:30 बजे से प्रारंभ होंगे, जिसके पश्चात पुष्पांजलि, बलिदान एवं भोग प्रसाद वितरण किया जाएगा। पूजा अनुष्ठान का संचालन पुरोहित श्री कमलाकांत मुखर्जी द्वारा किया जाएगा।  पुरोहित: श्री कमलाकांत मुखर्जी के द्वारा रात्रि 10:30 बजे से – पुष्पांजलि, बलिदान एवं भोग प्रसाद वितरण के साथ

सुसज्जित पंडाल, माँ काली की भव्य प्रतिमा, और भक्ति संगीत से वातावरण पूर्णतः भक्तिमय होगा। यह आयोजन बंगाली तथा स्थानीय समाज के लोगों को एक साथ जोड़ने का सुंदर प्रयास है।

सभी भक्तजनों से अनुरोध है कि वे परिवार सहित पूजा, आरती एवं प्रसाद वितरण में सम्मिलित होकर माँ काली का आशीर्वाद प्राप्त करें। इस अवसर पर श्री श्री काली पूजा महोत्सव में अलोक चक्रवर्ती – सचिव, सुषांत मुखर्जी – स्मारिका सचिव द्वारा आयोजन किया गयां।

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