दून अस्पताल की हो रही किरकिरी पर प्राचार्य ने अधिकारियों/कर्मीयों को दिया अल्टीमेट!

देहरादून/उत्तराखण्ड: 01 Feb.–2024: खबर…. राजधानी से बृहस्पतिवार को देहरादून स्थित सूबे के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून अक्सर सुर्खियों में रहने वाला अब थोड़ा सा कुछ जगता नजर आ रहा है। वही जिसमें सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य ने अपने अधिकारियों डॉक्टरो एवं स्टाफ की बैठक में जमकर ली क्लास।

वही इस बैठक में चर्चा का विषय यह रहा कि दून अस्पताल की बार.बार हो रही किरकिरी एवं सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल होने पर प्राचार्य डॉ0 आशुतोष सयाना ने मेडिकल कालेज,अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों को आड़े हाथ लेते हुए बैठक में सख्त नराजगी जाहिर की।

वही जिसमें सूत्रों ने बताया कि प्राचार्य प्रो0/डॉक्टर आशुतोष सयाना ने सोशल मीडिया पर अस्पताल की किरकिरी करने वाला एक वीडियो वायरल होने पर उन्होंने दोपहर के समय दून अस्पताल की न्यू ओपीडी बिल्डिंग की पांचो तले पर सभा कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक की । वहीं इस बैठक में दून अस्पताल के एमएस, डीएमएस एवं सभी कर्मचारी एवं अधिकारी डॉक्टर एवं स्टाफ कर्मीयों को बुलाया गया ।

इस दौरान उन्होंने सभी को सख्त निर्देश दिए कि अस्पताल की किरकिरी दोबारा ना हो इसके लिए डॉ0 सयाना ने कहा की बार-बार दिशा निर्देश के बावजूद भी डॉक्टर बहार की दवा मरीज को लिख रहे है और अपनी मनमानी कर रहे इस पर रोक लगनी चाहिए।

साथ ही विभिन्न दवाओं से संबंधित सभी समस्याओं के हल के लिए डॉक्टर अभिषेक गुप्ता की अध्यक्षता में एक आठ सदस्य समिति का गठन भी कर दिया गया। जिसमें दवाइयांे की गुणवत्ता की रिपोर्ट हर महीने तालाब की जाएगी। साथ ही यह खबरें सुर्खियों में थी की दून अस्पताल में मरीजों से बाहर की दवाइयां एवं इंप्लांट, एवं सर्जिकल आईटम मंगवा जा रहे हैं।

वही जिसमें इस दून अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा मरीजों से दवा इंप्लांट लेंस एवं ऑर्थोपेडिक सर्जरी में डालने वाली रोड एवं अन्य सर्जरी का सामान बाहर से मंगवाने हेतु एवं बहार की दवाइयां लिखने तथा मरीज को बेवजह प्राइवेट निजी स्वास्थ्य केदो में रेफर करने आदि अन्य कई अनियमित जैसी खबरें सुर्खियों में थी। वही जिसमें दून अस्पताल की किरकिरी तो हो ही रही थी। साथ ही डॉक्टर के कार्य प्रणाली पर भी उंगली उठाई जा रही थी। वहीं जिस पर उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत एवं सचिव स्वस्य डॉक्टर आर राजेश कुमार तक या शिकायत पहुंच रही थी।

जिसका संज्ञान लेकर उन्होंने दून अस्पताल के प्राचार्या एवं एमएस को सख्त निर्देश दिए कि जल्द इस तरह की शिकायतों को दूर करें और दोबारा ऐसी शिकायते सरकारी अस्पताल की नहीं संज्ञान में आनी चाहिए नहीं तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। जिस पर राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष सयाना ने बुद्धवार को आनन फानन में न्यू ओपीडी बिल्डिंग के पांचवे मंजिल पर सभागार में दून अस्पताल के सभी जिम्मेदार अधिकारियों डॉक्टर, पीजी छात्रों एवं सीनियर स्टाफ की एक अहम बैठक बुलाई गई।

वही जिसमें उन्होंने एमएस डॉ0 अनुराग अग्रवाल एवं डीएमएस डॉ0 धनंजय डोभाल को सख्त निर्देश दिए की ऐसी शिकायतो पर चिन्हित कर अपनी रिपोर्ट दें। साथ ही  लापवाही बरतने वालो कर्मीयो की  बेड एंट्री की जाए। और आयुष्मान के तहत इंसेंटिव काटा जाए। इस मौके पर दून अस्पताल के एमएस डॉ0 अनुराग अग्रवाल एवं डीएमएस डॉक्टर धनंजय डोभाल, पूर्व एमएस/सर्जन डॉ0 युसूफ रिजवी,डॉ0अनिल जोशी, डॉ0 मेजर गौरव, डॉक्टर भावना पंत, और डॉ मंगल, डॉक्टर आस्था पंत, वरिष्ट जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र भंडारी, आयुष्मान समन्वयक दिनेश रावत मुख्य स्टोरकिपर प्रमोद मिश्रा, कर्मी प्रहलाद सिंह, प्रशानिक अधिकारी के रूप में दीपक राणा आदि स्टाफ मौजूद था।

साथ ही प्राचार्य ने बैठक में सभी को निर्देश दिए की आयुष्मान योजना में कई डॉक्टर दावों के इंडियन की जगह मरीजों के तीमारदारों को सादे कागज पर दवा लिख कर पर्चा पकड़ रहे हैं। पर्ची लिखने वाले डॉक्टर को चिंहित कर उन पर करवाई की जाए।

बता दे कि प्राचार्या डॉ0 सयाना ने बैठक में एक अहम व्यव्थ्या पर ध्यान नही दिया जिसको लेकर अक्सर मरीज व उनके तीमारदार परेशान रहते है। वही दून मेडिकल कालेज की न्यू ओपी बिल्डिंग में वार्ड ब्वाय एवं वार्ड आया कि कमी। इस पर डॉ0 सयाना ने अपने स्वास्थ्य कर्मीयों व एमएस/डीएमएस को नही चेताया। लेकिन हम इस खबर के माध्यम से आवगत कराते है। कि दून अस्पताल में वार्ड बॉय की कमी के कारण अस्पताल की किरकिरी भी खूब हो रही है। जिसे रोकना बहुत महात्वपूर्ण है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.