शहीदी दिवस पर छबील लगाई: ठंडा मीठा शरबत पिलाकर भीषण गर्मी में राहत पहुंचाई !
देहरादून/उत्तराखण्ड: 23 MAY.. 2023, खबर… राजधानी से मंगलवार को देहरादून स्थित सिखों के पांचवें गुरु अर्जुनदेव का शहीदी दिवस श्रद्धा भाव से मनाया। कहीं पाठ के भोग डाले गए तो कहीं ठंडे-मीठे पानी की छबील लगाई गई। वही इस साल 23 मई 2023 को गुरु अर्जुन देव का शहादत दिवस पर इस भीषण गर्मी में ठंडा मीठा जल प्रसाद के रूप में वितरितकर मनया गया। वही इस शहीदी दिवस के अवसर पर देहरादून के महानगर में कई जगहों पर छबील लगाकर शरबत वितरित किया। वहीं, इसी के साथ गुरुद्वारों में कीर्तन, कथा और अरदास हुई। वही ,इसके साथ गुरूद्वारो मे अरदास करने के पश्चात गुरु अर्जुन देव के जीवन पर प्रकाश डाला गया।
वही इस मौके पर छबील की शुरुआत गुरुद्वारा सिंह साहिब प्रबंधक कमेटी देहरादून की ओर से क्षेत्र की सुख.समृद्धि व खुशहाली की अरदास के साथ की गई। दिनभर सेवादारों ने राहगीरों को शरबत पिलाकर सेवा की। इस अवसर पर शहर भर में गुरुद्वारो में एवं सड़को के किनारे जगह-जगह छबील लगाकर मीठा शरबत भी वितरित किया गया। इस दौरान गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस पर मंगलवार सुबह अखंड पाठ के भोग डाले गए। फिर छबील लगाई गई। छबील में सेवादारों ने राहगीरों को ठंडा-मीठा पानी पिलाकर भीषण गर्मी में राहत पहुंचाई। देहरादून में घंटाघर, सहारनपुर चौक, पल्टन बाजार, चकराता रोड, करनपुर डीएवी चौक, सर्वे चौक, धर्मपुर, राजपुर रोड, आदि जगह-जगह छबली लगाई गई। इस मौके पर गुरूद्वारो मे श्रद्घालुओं ने मत्था टेककर आशीर्वाद लिया।
बता दे कि गुरु अर्जन देव जी गुरु परंपरा का पालन करते हुए कभी भी गलत चीजों के आगे नहीं झुके। उन्होंने शरणागत की रक्षा के लिए स्वयं को बलिदान कर देना स्वीकार कियाए लेकिन मुगलशासक जहांगीर के आगे झुके नहीं। वे हमेशा मानव सेवा के पक्षधर रहे। सिख धर्म में वे सच्चे बलिदानी थे। उनसे ही सिख धर्म में बलिदान की परंपरा का आगाज हुआ।