कैंचीधाम में लाखों भक्तो के लिए मालपुवे बनना शुरू, तमाम जगहों से रूट डायवर्ट रहेगा !

बाबा नीम करौली कैंची धाम में 15 जून स्थापना दिवस!

देहरादून/उत्तराखण्ड: 12 JUNE.. 2023, खबर… राजधानी से सोमवार को  देवभूमि उत्तराखंड के कुमांऊ नैनीताल जनपद स्थित भवाली में विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम   बाबा नीम करौली  में  हर साल  15 जून को स्थापना दिवस के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन पर  लाखों श्रद्धालु आते हैं। जिसको देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। वही इस अवसर पर आज सोमवार 12 जून 2023 से ही मंदिर में अखंड हनुमान चालीसा का पाठ शुरू होगा जो 15 जून तक चलता रहेगा।  इस धाम में बाबा नीम करौली को भगवान हनुमान का अवतार माना जाता है।   बता दे कि  1964 में इसी दिन कैंची धाम में आश्रम बाबा नीम करोली ने हनुमान मंदिर में प्रतिमा की प्रतिष्ठा की थी।

वही बाबा नीम करौली 1961 में पहली बार यहां आए और उन्होंने अपने पुराने मित्र पूर्णानंद जी के साथ मिलकर यहां आश्रम बनाने का विचार किया था।  प्रसिद्ध संतों में से एक है।   बाबा नीम करोली के चमत्कार अद्भुत है।  यहां देश-विदेश से हजारों भक्त यहां हनुमान जी का आशीर्वाद लेने आते हैं। नीम कोरली बाबा के कई ऐसे चमत्कार है जिन्हें सुनकर आज भी भक्त हैरान रह जाते है। बाबा के भक्तों ने इस स्थान पर हनुमान का भव्य मन्दिर बनवाया।

इस बार मंदिर में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है लिहाजा तैयारियां और भव्य स्वरूप में की जा रही हैं। वही इस अवसर पर भक्तों को बाबा के कैंची धाम में स्थापना दिवस 15 जून का बेसब्री से इंतजार रहता है।  वही इस दौरान कैंची धाम मंदिर कमेटी के प्रबंधक विनोद जोशी का कहना है कि 15 जून  2023 के स्थापना दिवस की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। 12 जून से बाबा के भक्तों के लिए यहां मालपुवे बनना शुरू होंगे। वही हजारों श्रद्धालु तो महीना भर पहले ही कैंची पहुंच कर सेवा में जुट जाते हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस साल मंदिर ट्रस्ट ने दो लाख लोगों को मालपुआ उपलब्ध कराने के लिए 35 क्विंटल कागज की थैली दिल्ली से मंगवाई है।  मथुरा के सोंख गांव से मालपुआ को बनाने के लिए 45 कारीगरों का दल बुलाया जा रहा है। मंदिर कमेटी के मुताबिक मेले में मिलने वाला प्रसाद मालपुआ बनाने का काम 12 जून 2023 से पूजा पाठ के साथ शुरू होगा। प्रसाद बनाने का काम मेला समाप्त होने तक चलेगा। प्रसाद का सामान मंदिर परिसर में पहुंच गया है।

वही इस  कैंची मेले के दौरान रूट डायवर्ट रहेगा।  कैंची मार्ग पर वाहनों की आवाजाही के लिए समय तय कर दिया गया है।  इसके लिए मंदिर कमेटी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भक्तों के मंदिर से जाने के लिए अलग-अलग गेट बनाए जा रहे हैं।    बाबा के भक्तों की अथाह भीड़ का आलम यह रहता है कि तमाम जगहों से यातायात डायवर्ट करना पड़ता है। पिछले कुछ सालों से यहां हर दिन भक्तों की संख्या बढ़ रही है,  प्रशासन यहां पार्किंग की बड़ी व्यवस्था करने जा रहा है और अस्थायी पुलिस चौकी भी यहां बनाई जा रही है।

 प्राप्त जानकारी के मुताबिक  उत्तराखंड पुलिस ने भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग आवाजाही के लिए समय तय कर दिया है।  उत्तराखंड पुलिस ने भारी वाहनों के सयम को जारी कर कहा है कि इसमें केवल पहाड़ को जाने वाले अति आवश्यक वाहनों को ही छूट मिलेगी।  भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार से 15 जून 2023 तक पहाड़ के लिए आवाजाही करने वाले सभी भारी वाहनों का समय रात 11.00pm बजे से सुबह 6.00amबजे तय कर दिया है।   .कैंची मेले के दौरान रूट डायवर्ट रहेगा। कैंची मार्ग पर शनिवार रात 11.00pm बजे से सुबह 6.00am बजे तक ही पहाड़ को आने-जाने वाले भारी वाहनों की आवाजाही हो सकेगी.रानीखेत मार्ग से आने वाले सभी भारी वाहनों को भी छह बजे बाद रोक दिया जाएगा।

वहीं क्वारब से आने वाले भारी वाहनों को सुबह 5 बजे के बाद डायवर्ट करते हुए नथुवाखान-रामगढ़ होते हुए भवाली की ओर भेजा जाएगा।  उत्तराखंड पुलिस ने भारी वाहनों के सयम को जारी कर कहा है कि इसमें केवल पहाड़ को जाने वाले अति आवश्यक वाहनों को ही छूट मिलेगी। जिसमें दूध, सब्जी, मेडिकल, पेट्रोल वाहनों को छूट दी जाएगी। इन वाहनों को भी पुलिस द्वारा मार्ग पर यातायात व्यवस्था को देखते हुए बारी-बारी से भेजा जाएगा।  उत्तराखंड के कुमांऊ नैनीताल जनपद स्थित भवाली में कैंची धाम में बड़ी.बड़ी हस्तियां आज भी बाबा नीम करोली का आशीर्वाद लेने उनके आश्रम पहुंचती है।

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