दून मेडिकल कॉलेज में (मुफ़्त भोजन) Food for Life पहल का शुभारंभ! स्वास्थ्य मंत्री

दून अस्पताल में अब करीब एक हज़ार तीमारदारों को इस्कॉन द्वारा मुफ़्त भोजन!

देहरादून/उत्तराखण्ड: 13 Feb.–2024: खबर…. राजधानी से मंगलवार को देहरादून स्थित राजकीय दून मेडिकल कालेज,अस्पताल देहरादून में  फूड फॉर लाइफ पहल का शुभारंभ किया गया।

आज इस अवसर पर  दून मेडिकल कॉलेज के  के एक सभागार में उत्तराखण्ड  स्वास्थ्य मंत्री  डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा कि  इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) की रसोई द्वारा मुफ्त वितरण भोजन कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह शानदार पहल है। सरकारी स्तर पर मरीज को तो थाली मिलती है लेकिन उनके तीमारदार छूट जाते हैं।

अब करीब 800 से 1000 तीमारदारों को दून अस्पताल में इस्कॉन द्वारा निशुल्क भोजन मिला करेगा। डॉ0 रावत ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में इस्कॉन की रसोई के लिए एक बीघा जमीन की व्यवस्था जल्द की जाएगी। और दून हॉस्पिटल में रसोई के लिए जमीन का प्रबन्ध करने के लिए विचार किया जाएगा।

वही इस मौके पर उत्तखण्ड के स्वास्थ्य, चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा है कि, लोगों की सेवा करने और अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए इस्कॉन की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। साथ ही मरीजों और उनके परिवारों को पौष्टिक भोजन प्रदान करके, संगठन का लक्ष्य अस्पताल में रहने के दौरान उनके सामने आने वाले शारीरिक और भावनात्मक बोझ को कम करना है। दया और करुणा का यह कार्य इस्कॉन के मूल मूल्यों और मानवता की सेवा के प्रति उसके समर्पण को दर्शाता है।

 वही इसी के साथ आईआईटी मंडी के निदेशक व इस्कॉन के देहरादून निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि इस्कॉन की पहल से देहरादून में 10 किमी के दायरे में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। संगठन जरूरतमंद लोगों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक रसोई का निर्माण कर रहा है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि क्षेत्र में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। दून अस्पताल में मरीजों को मुफ्त भोजन वितरण यह प्रयास लोगों की सेवा करने और भूख के मुद्दे को ठोस और प्रभावशाली तरीके से संबोधित करने के लिए इस्कॉन की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।
उन्होंने कहा इस्कॉन के 111 किचन हैं अब तक लोगों को साढ़े पांच सौ करोड़ थाली निशुल्क खिला चुके हैं।

वही इस दौरान  फूड फॉर लाइफ पहल इस्कॉन के खाद्य राहत कार्यक्रम का एक हिस्सा है, जो 1972 में अपनी स्थापना के बाद से हर दिन लाखों लोगों को भोजन परोस रहा है। यह पहल इस्कॉन के संस्थापक, श्रील प्रभुपाद की दयालु दृष्टि में निहित है, जो इससे बहुत प्रभावित हुए थे। जब उन्होंने गांव के लड़कों को खाने के थोड़े से टुकड़ों के लिए सड़क में लड़ते देखा। इस अनुभव ने उन्हें भूख मिटाने और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध एक वैश्विक आंदोलन बनाने के लिए प्रेरित किया।

इस मौके पर देहरादून पूर्व मेयर  सुनील उनियाल , प्राचार्य, दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना, इस्कॉन की ओर से, निम्नलिखित प्रतिनिधि, एचजी लीला पुरूषोत्तम प्रभु, अनिरुद्ध कीर्तन दास, एचजी सर्वात्मा श्याम दास, एचजी गदाधर गौरांग दास, एचजी सुमोहन हरि दास,  मनीष झा और  अमित जुनेजा,  दीपक सिंघल,  विशाल गुप्ता,  लच्छु गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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