देहरादून/उत्तराखण्ड: 18 Feb.2024: खबर…. राजधानी से रविवार को देहरादून स्थित बनु इंटर कॉलेज, रेस कोर्स में खादी ग्रामोद्योग राज्य सरकार के तत्वावधान आयोजित सात दिवसीय राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में देशभर के हस्त कलाकारों के माध्यम से बनाये जा रहे उत्पादों को एक छत के नीचे एक बाजार उपलब्ध करा कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का सफल प्रयास किया जा रहा है।
वही जिसमें खादी ग्रामोद्योग समय-समय पर ऐसी प्रदर्शनियों का आयोजन करता रहता है। जिसके माध्यम से महिलाओं, हस्तकलाकारों, खादी उद्योग से जुड़े लोगों को अपने उत्पादों को बेचने और ब्रांडिंग के लिए एक विशाल प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाता है। इसका एक उदाहरण उत्तराखंड की प्रतिष्ठित संस्था स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन है। यह संस्था देहरादून जिले के दूरस्थ जनजातीय क्षेत्र के कंबुआ कालसी में महिलाओं को बांस व बबुल घास से बनी कई प्रकार के सजावट की सामग्री, घरेलू आवश्यकता के सामान जैसे बांस की टोकरी, हॉटकेस, फलों की टोकरी, फूलदान, बांस के परदे, बांस की दरी, हाथ से बने सांस्कृतिक चित्र, सांस्कृतिक फोटो फ्रेम जैसे अन्य उत्पादों को बनाने का प्रशिक्षण दे रही है।
इसी के साथ ही खादी और ग्राम उद्योग आयोग की सूक्ष्म लघु और मध्यम मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा राज्य स्तरीय पीएमईजीपी प्रदर्शनी जो की सात दिवसीय है जिसमें की सनराइज एजुकेशनल एंड कल्चरल एंपावरमेंट सोसाइटी से दुर्गा स्वयं सहायता समूह जो की राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण बैंक नाबार्ड के द्वारा वित्त पोषित है व समूह की महिलाओं के द्वारा हस्त निर्मित उत्पाद जो की खादी कुर्ता पजामा हैंडीक्राफ्ट आइटम घरेलू का समान आचार पापड़ जुट बैग मेक्रम बैग है और मेज कवर इत्यादि लगाई गई है। संस्था अध्यक्ष रिंकी भारद्वाज और संस्था के सहयोगी रेनू और अनीता जी के माध्यम से स्टॉल लगाई गई है ।संस्था के द्वारा सभी समय पर स्वरोजगार परक कार्यक्रम एवं सामाजिक उथान हेतु प्रशिक्षण शिवर कार्यक्रम जैसे कि कंप्यूटर सिलाई पार्लर हैंडीक्राफ्ट आइटम अचार पापड़ इत्यादि के प्रशिक्षण सिविऱ करवाए जाते हैं जो की देहरादून ऋषिकेश हरिद्वार इत्यादि स्थानों पर कराए रहा जाता है। तथा इससे हजारों लाभार्थी लाभवित होकर रोजगार व स्वरोजगार को प्राप्त हुए हैंl
इसके अतिरिक्त संस्था कई अन्य सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर इन उत्पादों को बेचने के लिए महिलाओं को प्लेटफार्म भी उपलब्ध करा रही है। यह प्लेटफार्म मिला है जिसमे महिलाएं बढ़ चढ़कर प्रतिभाग कर रही हैं। खादी प्रदर्शनी में इस अवसर पर मुख्य कलाकार जौनसारी और गढ़वाली गीतों की प्रस्तुति से बेहद मनमोहनक रही। कृषि आधारित जौनसारी गीत ‘चाल बल जाखधार की सेरी पर दर्शक जम कर झूमे।