उत्तराखंड: 29 फरवरी गुरुवार। देश के कई राज्यों में नकली दूध की सप्लाई जोरों पर चलरही है जिस पर संबंधित विभाग छापेमारी भी करता है। लेकिन यह सुधार नहीं आ रहाहै। सेहद पर खिलवाड़ करने वालों के हौसले बुलंद हो रखे। अधिकतम त्योहार के महीने में या नकली दूध के बने पदार्थ मिठाइयां आदि की सप्लाई की जाती है जो की सेहत के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है।
आईए जानते हैं नकली दूध में मिलावट किस तरह पाई जाती है इससे।कैसे सावधान रहे।
जानकारी के अनुसार 1- दूध में पानी की जांच- सबसे पहले दूध में पानी की मिलावट को परखने के लिए किसी लकड़ी या पत्थर पर दूध की एक या दो बूंद गिराइए। अगर दूध बहकर नीचे की तरफ गिरे और सफेद निशान बन जाए तो दूध पूरी तरह से शुद्ध है।
2- दूध में डिटर्जेंट- दूध में डिटर्जेंट की मिलावट को पहचानने के लिए, दूध की कुछ मात्रा को एक कांच की शीशी में लेकर जोर से हिलाइए। अगर दूध में झाग निकलने लगे तो इस दूध में डिटर्जेंट मिला हुआ है। अगर यह झाग देर तक बना रहे, तो दूध के नकली होने में कोई संशय नही है।
3 -दूध में यूरिया की पहचान- सिंथेटिक दूध में अगर यूरिया मिला हुआ है, तो वह गाढ़े पीले रंग का हो जाता है।
4 -असली और नकली दूध की पहचान- स्वाद के मामले में असली दूध हल्का-सा मीठा स्वाद लिए हुए होता है, जबकि नकली दूध का स्वाद डिटर्जेंट और सोडा मिला होने की वजह से कड़वा हो जाता है।
5 -नकली दूध कैसे पहचानें- दूध को देर तक रखने पर, असली दूध अपना रंग नहीं बदलता है। जबकि दूध अगर नकली है, तो वह कुछ समय बाद पीला पड़ने लगेगा।
6 -असली दूध की पहचान- असली दूध को उबालने पर उसका रंग बिल्कुल नहीं बदलेगा, लेकिन नकली दूध का रंग उबलने पर पीला हो जाएगा।
7- दूध की गंध- दूध को सूंघकर देखें। अगर दूध नकली है, तो उसमें साबुन की तरह गंध आएगी और अगर दूध असली है, तो उसमें इस तरह की गंध नहीं आती।।