यकीन मानिए तुच्छ राजनीति ही इस देश का कैंसर है !

  न्यूज डेस्क: देहरादून/उत्तराखण्ड: 22-APRIL.. 2023, खबर… राजधानी से संपादक की कलम से… उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या हुई!  वही इस हत्या कांड के सभी सवालों का मूल सवाल अभिरक्षा में मीडिया को बाइट देते हुए हत्या हुई उस समय हुई जब अतीक अहमद और उसके भाई मीडिया के सवालों के जवाब दे रहे थे तब से कुछ लोग कह रहे हत्यारे मीडिया कर्मी थें औंर उसके पास आईं कार्ड थें हाथ में माइक आई डी और कैमरा था।

वही जिसमें  अतीक अशरफ की पुलिस कस्टडी में यूं हत्या!. ना केवल योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश है बल्कि “हिंदू आतंकवाद” की पटकथा लिखने का षडयंत्र भी हो सकती है।  इस देश की विडंबना देखिए । आज भी लोग अपने निजी स्वार्थ और हित के लिए ऐसे लोगो का साथ देने को भी आतुर रहते है जो देश ही नहीं बल्कि मानवता के दुश्मन रहे है । ग्यारह हजार करोड़ का काला साम्राज्य किसके आशीर्वाद से खड़ा हुआ ।  वही जिसमें  सैंकड़ों लोगो को मौत के घाट उतारा, आमलोगों की जमीन हड़पी । चालीस साल तक बाल बांका नहीं हुआ । फिर इन देश द्रोहियों ने कानून और संविधान की दुहाई नही दी ! यकीन मानिए तुच्छ राजनीति ही इस देश का कैंसर है।

आज उस दुर्दांत माफिया के मारे जाने पर पर ये लोग नाटक कर रहे ।  हो सकता है मरवाने वाले भी इन्ही में से हों क्योंकि इनके काले कारनामे खुल सकते थे ।  नमन देश के निर्भीक निडर महान आत्मा योगी आदित्यनाथ को जो इन माफियाओं और मानवता के दुश्मनी को मिट्टी में मिलने का शेर दिल साहस कर रहे है । आम लोगो को तुच्छ राजनेताओं और उनकी पार्टियों को अवश्य पहचाना होगा ।सपा बसपा कांग्रेस कम्युनिस्ट सब दहाड़ मारकर रो रहे हैं।

सबका दर्द एक है मानो इनके परिवार के किसी का एनकाउंटर हुआ हो. प्रयागराज मैं दिन दहाड़े लग रहा था कि फिल्मों की शूटिंग हो रही हो।  एक तो बम ऐसे डाल रहा था मानो खेत मैं बीज बो रहा हो। जो भी हो लोगों को सपा बसपा और विपक्ष का क्रूर चेहरा दिख ही गया कितनी बेशर्मी से अपराधियों का बचाव कर रहे।  अपनी ही पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। उमेश पाल और दो पुलिसकार्मियों की मौत का कोई दर्द नहीं है।  उसी तरह बेशर्म मीडिया अपराधियों को सेलिब्रिटी बनाने पर तुला है।

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