विश्व प्रसिद्ध श्री कैंची धाम’ आश्रम की वर्षगांठ पर..सीएम की अहम घोषणा !

नैनीताल का नाम बाबा नीब करौरी के धाम के नाम से तहसील ‘‘श्री कैंची धाम’’ होगा।CM

देहरादून/उत्तराखण्ड: 15 JUNE.. 2023, खबर… राजधानी से बृहस्पतिवार को देवभूमि उत्तराखंड के (कुमांऊ ) नैनीताल जनपद स्थित भवाली में विश्व प्रसिद्ध यहां बाबा (नीम) नीब  करौरी  के भक्त पूरी दुनिया में  प्रसिद्ध है।  वही बाबा नीब करोली महाराज जी के कैंची धाम आश्रम में हर साल 15 जून को बाबा के आश्रम की स्थापना दिवस पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता हैं।    वही इस अवसर पर आज गुरूवार को  मुख्यमंत्री   पुष्कर सिंह धामी  ने सभी प्रदेशवासियों व सम्पूर्ण देश से आने वाले श्रद्धालुओं को श्रद्धा, भक्ति एवं विश्वास के पावन स्थल एवं हनुमान जी के अनन्य भक्त बाबा नीब करौरी द्वारा स्थापित कैंची धाम के 59वें स्थापना दिवस की शुभकामना दी। नीम करोली बाबा का कैंची धाम आश्रम अपने चमत्कारों के कारण प्रसिद्ध है ।

आज गुरूवार को कैंची धाम के स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी ने दो घोषणाएं की। उन्होंने घोषणा की कि तहसील कोश्या कुटोली, जनपद नैनीताल का नाम बाबा नीब करौरी के धाम के नाम से तहसील ‘‘श्री कैंची धाम’’ होगा। वर्ष भर श्री कैची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो, इस हेतु भवाली सैनिटोरियम से रातीघाट तथा भवाली सैनिटोरियम से नैनी बैण्ड के बाईपास सड़क का निर्माण तीव्रता से करते हुए अगले वर्ष श्री कैंची धाम के स्थापना दिवस से पूर्व पूर्ण कराने का प्रयास किया जायेगा।

वही इस दौरान नैनीताल जनपद स्थित भवाली  कैंची धाम आश्रम में हर साल 15 जून को बाबा के आश्रम की स्थापना दिवस पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता हैं!  वही इस बार भी 15 जून 2023, गुरूवार 59वें कैंचीधाम आश्रम की वर्षगांठ के मेले में लाखों श्रद्धालु देश विदेश से यहां पहुंचकर दर्शन किए। यहां मान्यता है कि कैंची धाम एक ऐसी जगह है जहां कोई भी मुराद लेकर जाए तो वह खाली हाथ नहीं लौटता। वही इस कैंची धाम वाले बाबा के उपदेश आज भी दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।

वही  स्थापना दिवस पर नीम करोली बाबा को मालपुए का भोग भी लगाया जाता है.।  इस अवसर पर आज गुरूवर को मालपुऐ का  विशाल  भंडारे का भी आयोजन किया गया।  जिसमें  मालपुए का बाबा को भोग लगाने के बाद भक्तों के बीच  प्रसाद ग्रहण लाखो श्रद्धालुओ ने किया ।  इस साल कैंची धाम में मालपुए का भोग तैयार करने के लिए मथुरा के सोंख गांव से 45 कारीगर पहुंचे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.