नए संसद अद्भुत: राज-धर्म के प्रतीक सेंगोल स्थापित: पीएम ने किया दंडवत प्रणाम!

आधुनिक सुविधाओं से लैस देश का नया संसद भवन,इस मौके पर ₹75 का सिक्का जारी!

दिल्ली/देहरादून/उत्तराखण्ड: 29 MAY.. 2023, नई दिल्ली देश की राजधानी में  करीब 3 साल में तैयार हुआ भारत का नया संसद भवन । इस में कई तरह से पुरानी संसद से अलग बना हुआ है। यहां नई तकनीकियों से लैंस नया संसद भवन लोकतंत्र का यह मंदिर बेहद दिखने मे आकृषित एवं वास्तुदोष को लेकर इसका निमार्ण किया है। नया संसद भवन अद्भुत होने के साथ ही इसकी कई खासियत भी है, इसे ऐसा डिजाइन किया गया है कि इसमें आग और भूकंप जैसी आपदा का कोई असर नहीं होगा

प्रधानमंत्री ने साल 2020 में कोसेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत इसकी नींव रखी थी और इस नए संसद भवन में सांसदों के लिए एक लाउंज, एक भव्य संविधान कक्ष, एक पुस्तकालय, भोजन क्षेत्र, कई समिति कक्ष और पार्किंग भी है ।  नया संसद भवन चार मंजिला त्रिकोणीय आकार का है जिसके तीन मुख्य द्वार ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार हैं ।  इसके साथ ही सांसदों, वीआईपी और आगंतुकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाये गये हैं ।  नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत (आत्मनिर्भर भारत) की भावना का प्रतीक है

संसद का नवनिर्मित भवन, जो भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा, अत्याधुनिक सुविधाओं से भी लैस है, जो सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर तरीके से करने में मदद करेगा ।वही इस संसद के पुराने भवन का निर्माण 6 साल में पूरा हुआ था। जबकि नया भवन 3 साल से भी कम समय में तैयार कर दिया गया।    जबकि  पुरानी पार्लियामेंट को बनाने में 83 लाख रुपये खर्च हुए।  जबकि नए भवन के निर्माण में 1200 करोड़ से ज्यादा की लागत आई। वही  पुरानी इमारत की शेप गोलाकार है। 

जबकि नई बिल्डिंग त्रिकोणीय शेप में है।  नए भवन का क्षेत्रफल 64,500 स्क्वैयर मीटर है।  जबकि पुराना भवन 566 मीटर व्यास में बना था. पुराने भवन में लोकसभा में 550 और राज्यसभा में 250 सदस्य बैठ सकते हैं।  वही इस  नई संसद में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। संसद के पुराने भवन का निर्माण 6 साल में पूरा हुआ था. जबकि नया भवन 3 साल से भी कम समय में तैयार कर दिया गया। 

बता देकि पुरानी पार्लियामेंट को बनाने में 83 लाख रुपये खर्च हुए. जबकि नए भवन के निर्माण में 1200 करोड़ से ज्यादा की लागत आई।  पुरानी इमारत की शेप गोलाकार है। जबकि नई बिल्डिंग त्रिकोणीय शेप में है। वही इस  नए भवन का क्षेत्रफल 64,500 स्क्वैयर मीटर है। जबकि पुराना भवन 566 मीटर व्यास में बना था।  पुराने भवन में लोकसभा में 550 और राज्यसभा में 250 सदस्य बैठ सकते हैं. जबकि नई संसद में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। नया संसद भवन अद्भुत होने के साथ ही इसकी कई खासियत भी है, इसे ऐसा डिजाइन किया गया है।

वही बता देकि 28 मई 2023 को संसद भवन के उदघाटन समारोह का पूरा शेड्यूलइस तरह से शुरू हुआ ।  सबसे पहले सुबह 730am बजे से समारोह की शुरुआत हवन के साथ की गई। इसके बाद सुबह 8.30am से 9.00 amबजे के बीच में तमिलनाडु से संबंध रखने वाले और चांदी से निर्मित एवं सोने की परत वाले ऐतिहासिक सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया गया।

 वही इस शुभ अवसर पर शंकराचार्य, विद्वानों, पंडितों और संतों द्वारा प्रार्थना सभा आयोजन के साथ इस पूजा में प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई मंत्री मौजूद रहें। बता देकि अगस्त 1947 में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया ये रस्मी राजदंड सेंगोल को इलाहाबाद संग्रहालय की नेहरू दीर्घा में रखा गया था ।

और फिर इसके कार्याक्रम के बाद दोपहर 1.00pm बजे पीएम मोदी जी का संबोधन किया।  नये संसद भवन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ”आज 28 मई 2023 का यह दिन ऐसा ही शुभ अवसर है।  देश आज़ादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है।  आज सुबह ही संसद भवन परिसर में सर्व पंथ प्रार्थना हुई है ।

इस अवसर पर मोदी ने कहा ‘ मैं सभी देशवासियों को इस स्वर्णिम क्षण की बहुत बधाई देता हूं । यह सिर्फ भवन नहीं है यह 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है यह हमारे लोकतंत्र का मंदिर है.” ।  उन्होंने कहा, ”यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा. यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा.’ ।   वही इस मौके पर अधिकतर विपक्षी दल इस समारोह में शामिल नहीं हुए ।

 इस अवसर पर पीएम मोदी ने मुख्य बाते कही…

  • दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह नई संसद एक नई ऊर्जा और नई मजबूती प्रदान करेगी।
  • हमारे श्रमिकों ने अपने पसीने से इस संसद भवन को भव्य बना दिया है।
  • अब हम सभी सांसदों का दायित्व है कि इसे अपने समर्पण से और ज्यादा दिव्य बनाएं।
  • एक राष्ट्र के रूप में हम सभी 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प ही इस नई संसद की प्राण प्रतिष्ठा है।
  • यहां होने वाला हर निर्णय आने वाली सदियों को सजाने-संवारने वाला होगा।
  • यहां होने वाला हर निर्णय भारत के उज्ज्वल भविष्य का आधार बनेगा।
  • नई संसद में पीएम मोदी ने कहा कि पंचायत भवन से लेकर संसद भवन तक हमारे देश और यहां के लोगों का विकास ही हमारी प्रेरणा है।
  • नई संसद में पीएम मोदी ने कहा कि कई वर्षों के विदेशी शासन ने हमारा गौरव हमसे छीन लिया था। आज भारत ने उस औपनिवेशिक मानसिकता को पीछे छोड़ दिया है।
  • नई संसद में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास 25 वर्ष का अमृत कालखंड है। इन 25 वर्षों में हमें मिलकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि नई संसद में आज पवित्र सेंगोल स्थापित किया गया। यह चोल वंश में न्याय, सदाचार और सुशासन का प्रतीक था।
  • पीएम मोदी ने संसद के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर स्मारक डाक टिकट जारी किया। इसके साथ ही, उन्होंने 75  रुपये का सिक्का भी जारी किया।

वही दुसरी ओर प्राप्त जानकारी के अनुसार नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश को पढ़ते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि संसद के नए भवन के उद्घाटन का ये अवसर भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज रहेगा। नए संसद भवन का उद्घाटन हमारी विविधता को भारतभूमि के सबसे उत्तरी छोर से दक्षिणी बिन्दु तक, पूर्वी सीमा से पश्चिमी तटरेखा तक रहने वाले सभी देशवासियों के लिए गौरव और अतुलनीय आनंद का अवसर है।

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