उत्तराखण्डः 21अगस्त 2024, बुद्धवार को राजधानी/देहरादून स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय कोरोनेशन चिकित्सालय देहरादून में स्थित चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर की घोर लापरवाही सामने आई है। आपको बता दे की यह कोरोनेशन चिकित्सालय देहरादून अक्सर सुर्खियों पर बना रहता है। यहां पर कोई ना कोई स्वास्थ संबंधी समस्याओं को लेकर अक्सर समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित होती रहती है। लेकिन यह जिला अस्पताल फिर भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। ना हीं यहां के संबंधित वरिष्ठ अधिकारी इस पर गौर नहीं करते होंगे कि अस्पताल की बदनामी हो रही है थोड़ा सा अस्पताल के सिस्टम को सुधार दिया जाए।
इस दौरान आज हमारे वरिष्ट संवाददाता के संज्ञान में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे आप सुनकर हैरान रह जाएंगे। दून के जिला अस्पताल कोरोनेशन में 7 अगस्त 2024 को एक महिला मरीज 38 वर्ष ने अपने इलाज हेतु ओपीडी में डॉ0 एसडी सकलानी को दिखाया तो उन्होने कुछ कुछ ब्लड टेस्ट व FNAC जांचे करवाने के लिए लिखा था। वही दिन इस महिला मरीज ने अपना ब्लड सैंपल को कोरोनेशनअस्पताल में अनुबंधित चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर के यहां ब्लड सैंपल दिया था। जिसमें से एक जांच FNAC की रिपोर्ट आज 21 अगस्त तक नहीं प्राप्त हुई है। वही इस दौरान मरीज ने अपनी जांच रिपोर्ट 15 तक नही मिलने पर मरीज ने अस्पताल में आकर हंगामा किया। यह महीला मरीज 15 दिनो से चक्कर काट रही आपनी जांच रिपोर्ट के लिए।
साथ ही जब आज चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर के स्टाफ से इस अपनी रिपोर्ट मांगने के संबंध में सावंत ( समय) नामक कर्मी ने कहा तो वह मरीज के ऊपर ही गरज पड़े। वही मौके पर हमारे वरिष्ट रिपोर्टर से इस बात को लेकर कही तो उन्होने अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वी. एस. चौहान से संपर्क किया । डॉ0 चौहान ने अपने फोन से चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर के मैनेजर मनोज बलवाल से वार्ता कराई मैनेजर ने अपने स्टाफ की गलतियों को समझा और माफी मांगते हुए कहा कि अभी हमें कुछ और समय दीजिए हम आपकी रिपोर्ट भेज देंगे।
जबकि जांच के 15 दिन हो गए हैं। वही साथ ही दो मरीज ने कहा तब तक मरीज मर जाए चाहे किसी की जान पर आफत आ जाए। आप रिपोर्ट देने में क्यों इतनी लापरवाही कर रहे हो चंदन लैब कर्मी का कहना है कि इंतजार करना पड़ेगा!
इस पर महीला मरीज का कहना है कि15 दिन से अधिक हो गए जब रिपोर्ट आज तक नहीं दी गई तो आगे कब का इंतजार करना पड़ेगा। वही जिसमें चंदन लैब की लापरवाही के कारण मेरा इलाज रुका हुआ है। अब मैं जाऊं तो कहां जाऊं इस सरकारी अस्पताल में इस चंदन लैब ने ऐसे कई मरीजों के साथ जान पर खिलवाड़ कर रखा है। यह बात आज ही उजागर हुई है।
हैरान करने वाली बात है कि यह अभी एक मरीज का मामला आज उजागर हुआ है। वही देखने वाली बात है कि इस चंदन लैब केंद्र की लापरवाही खामियाजा ऐसे कितने मरीज भुगत चुके होंगे। वही मरीजो की विभिन्न जांचो की रिपोर्ट के लिए उन्हे चक्कर पे चक्टर काटते होंगे। और शहर के दूर.-दूर कोने से मरीज इस जिला अस्पताल में बड़ी उम्मीद लेकर आते हैं। और उनके साथ इलाज के साथ यह लापरवाही और धक्के खाते में बरसात के मौसम में किस तरह पहुंचने होंगे यह तो उन्हीं के दिल से पूछो। इन्हे किसी परवहा नही ।
वही महीला मरीज ने कहा 7 अगस्त 2024 को मैंने अपनी जांच का सैंपल दिया था। उसके बाद वही चंदन लैब की एक स्टाफ महिला कर्मी सुमन नाम जिसका उन्होंने मोबाइल ऐप में बारकोड डालकर चेक कर उन्होंने कहा आपकी FNAC रिपोर्ट अभी नहीं बनी है। तब मरीज ने कहा कि 15 दिन से अधिक हो गया है रिपोर्ट क्यों नहीं दी गई तो मैडम सुमन ने कहा कि कोई प्रॉब्लम होगी। हमने नोट कर लिया आपको बता दिया जाएगा। इस पर मरीज ने कहा कि मैं कब तक अस्पताल के चक्कर काटती रहूंगी। कोई भी रिपोर्ट अगर बाहर भेजी जाती है तो वह कम से कम एक सप्ताह के अंदर प्राप्त हो जानी चाहिए ।
जिसके बाद में डॉक्टर का उपचार सही ढंग से चला सकूं। इस बात को लेकर मौजूद हमारे वरिष्ठ संवाददाता को पीड़ित महिला ने उन्हें बताया तो वह हैरान रह गए। और इस चंदन लैब सेंटर संबंधित कर्मियों से बात करने लगे उन्होंने कह दिया कि हमें कुछ नहीं पता आपकी रिपोर्ट कुछ दिन में मिल जाएगी। आप यह खड़े नहीं हो जाइए।
इस दौरान चंदन लैब के मैनेजर मनोज बलवाल से फोन पर बात कि तो उन्होने अपने स्टाफ की गलती को मानते हुए कहा अभी हमको आज का दिन और समय दे। हम इस पर आपकी रिपोर्ट जल्द भेज देंगे। बाकी हम आपसे माफी मांगते हैं। इसकी बात आगे न कीजिए, बात को यही पूरी कर दीजिए। इस पर महिला मरीज ने कहा कि चाहे किसी की जान चली जाए। और ऐसे कितने मरीज होंगे जो यहां पर अपनी रिपोर्ट के लिए भटक रहे होंगे। जिसको आप चक्कर पर चक्कर कटवा रहे। जबकि हर एक मरीज अपनी पीड़ा को लेकर चिकित्सा अधिकारियों के पास तक नहीं पहुंच पाते उनकी पीड़ा ज्यो कि त्यो रहती है और धक्के खा रही होती है।
वही मरीजो का कहना है कि सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े.-बड़े दावे और बड़ी.बड़ी बातें मंचों पर करती है। लेकिन धरातल पर स्थिति बेहद खाराब है। मरीज की हालत तो वैसे ही बीमारी से नाजुक रहती है और इसके साथ स्वास्थ विभाग की व्यवस्थाओं से और हालात बिगड़ देती है। बड़ी हैरान करने वाली है जरा सोचिए ।।
बता दे कि पीछले 4 वर्षो पूर्व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत छह जिलों के 39 सरकारी अस्पतालों में निशुल्क पैथोलॉजी जांच की सुविधा प्रदान करने हेतु अनुबंध किया है। वही जिसमें चंदन हेल्थ केयर कंपनी से सरकार ने निशुल्क जांच के लिए अनुबंध किया गया है। राज्य की अस्पतालों में 24 घंटे निशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध होगी।
अगले एपिसोड में खबर भाग 2 भी पढ़ेगें।इस न्यूज को न्यूज में उपयोग में ली गई!