उत्तराखंड: 31 अगस्त 2025, रविवार को देहरादून । उत्तराखंड में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया। प्रदेश में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम विभाग द्वारा अगले कुछ दिनों के लिए प्रदेश के अधिकांश जनपदों के लिए जारी रेड तथा ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए शासन तथा जनपद स्तरीय अधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने तथा 24×7 अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। वही, उत्तराखण्ड के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, प्रदेश में बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में डीएम द्वारा स्कूलों की छुट्टी का आदेश जारी किया गया है। उत्तराखंड में मौसम की मार आम जनजीवन पर भारी पड़ रही है। लोगों से अपील की गई है कि यात्रा या अन्य कार्यों से पहले मौसम जरूर चेक करें, ताकि सुरक्षित रहा जा सके। इस दौरान मौसम विभाग द्वारा 01-02 सितंबर तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
31/08/2025, 12:51 PM बजे से 01/09/ 2025, 12:51 PM बजे तक)
👉🏻चंपावत
👉🏻देहरादून
👉🏻हरिद्वार
👉🏻नैनीताल
👉🏻पौड़ी
👉🏻टिहरी
👉🏻यूएसनगर
इस जिलो में अलग-अलग स्थानों पर यथा-रुद्रपुर, हल्द्वानी, काशीपुर, कोटद्वार, मसूरी, खटीमा ,श्रीनगर, चकराता, रुड़की, लक्सर, भगवानपुर, विकासनगर, देवप्रयाग तथा इनके आस पास के क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश/तूफान/बिजली गिरने/बहुत तीव्र से अत्यधिक तीव्र बारिश होने की संभावना है।
इन जिलों में बंद रहेंगे स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र: बता दें कि चंपावत, नैनीताल, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, टिहरी, अल्मोड़ा और उधम सिंह नगर जिले में बारिश के मद्देनजर 1 सितंबर यानी सोमवार को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है!सोमवार 01 सितंबर को भी प्रदेश भर में भारी बारिश की आशंका है. जिसे देखते हुए कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है!
जानकारी के मुताबिक मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुये दिनांक 01 सितम्बर (सोमवार) को जनपद अल्मोड़ा के समस्त शासकीय, अर्द्धशासीय एवं निजी विद्यालयों (कक्षा 01 से 12 तक संचालित समस्त शैक्षणिक संस्थान) एवं आंगनबाडी केन्द्र बंद रहेंगे।
साथ ही उत्तराखंड के कई जिलो में 02 सितम्बर 2025 तक देहरादून, टिहरी,पौडी, हरिद्वार, नैनीताल, चम्पावत एवं ऊधमसिंहनगर, जनपदों में कहीं.कही भारी से बहुत भारी वर्षा, गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमने, वर्षा के अति तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर होने की संभावना व्यक्त की गयी है। पुर्वानुमान के अनुसार अतिवृष्टि के कारण विभिन्न प्रकार की आपदाये यथा भूस्खलन, त्वरित बाढ़,बोल्डर गिरना, जल भराव, सड़क बन्द आदि घटनायें घटित हो सकती है।