देहरादून/उत्तराखण्ड: 02 JULY .. 2023, खबर… राजधानी से बुद्धवार को देहरादून स्थित कचहरी परिसार में शहीद स्मारक पर प्रेस वार्ता में आज उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा दोपहर 12.00noon बजे क़े बाद दिनांक 09 अगस्त 2023 क्रांति दिवस पर परेड ग्राउण्ड से न्यू कैंट रोड सीएम आवास, मार्च/कूच क़े आह्वाहन को लेकर सशक्त भू-कानून धारा 371और मूल निवास 1950 लागू कराए जाने हेतु प्रेस वार्ता आयोजित की गई। वही इस प्रेस वार्ता में सभी प्रदेश वासियों से अपील की गई हैं कि प्रदेश को बचाना हैं तो प्रदेश क़े अपने नियम कायदे बनाने होंगे जेसे अन्य प्रदेशों में बने हैं। विदित रहें कि अगले माह 09 अगस्त 2023 क्रांति दिवस को प्रातः 11.00am बजे परेड ग्राउण्ड से मुख्यमंत्री आवास कूच किया जायेगा।
इस मौके पर उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच क़े प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी औऱ संयुक्त परिषद क़े नवनीत गुसाईं ने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी सरकारें आई लेकिन प्रदेश क़े लियॆ मजबूत भू कानून औऱ मूल निवास की नीति ढंग से लागू नहीं कराई गई औऱ उसी का परिणाम हैं कि कोई भी कहीं भी बे धड़क तराई से लेकर पहाड़ों तक भू माफिया सक्रिय हैं औऱ हमारें स्थानीय लोगो को अपने ही प्रदेश में महंगी कीमत औऱ अपने लियॆ भू खण्ड खरीदना पड़ रहा हैं इसके साथ ही उत्तर प्रदेश काल में हमें जो मूल निवास बनाकर मिलता था
वह अब अचानक बन्द कर दिया गया इसका खामियाजा हमारें भगवानपुर जिला हरिद्वारः से लेकर उत्तरकाशी से लेकर पिथौरागढ़ व उधमसिंहनगर तक का व्यक्ति सीधा प्रभावित हो रहा हैं। आजादी क़े बाद तमाम हमारें तमाम लोग यंहा आकर बसे औऱ कई जगह बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया जिसमें हमारे सिक्ख समाज , पाल समाज , सैनी समाज , हमारें कई दलित परिवारों क़े साथ ही चौहान व वालिया समाज व पहाड़ व गोर्खाली समाज ने अपनी मेहनत से इसको संवारने का कार्य किया औऱ आज हम सभी को इससे महरूम कर दिया जा रहा हैं आखिर इसके पीछे जो भी कारण रहें हो अब हम सभी मिलकर ये हक लेकर रहेंगे।
वही इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व सयोंजक उर्मिला शर्मा क़े साथ पुष्पलता सीलमाणा ने कहा कि 42 ज्यादा शहादत इस राज्य क़े लियॆ दी औऱ हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई क़े नारे को लेकर प्रदेश का आन्दोलन हुआ परन्तु आज 23 वर्षों बाद भी हमारें बच्चें स्कूलों व संस्थानों में एडमिशन क़े लियॆ परेशान हैं। फेक्ट्री से लेकर सरकारी नौकरी क़े लियॆ खाक छान रहें अपनी ही भूमि बचाने को आन्दोलन करने को मजबूर हैं। ये हमारें ही आन्दोलन का नतीजा हैं जो मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलनकारी मंच की मांग का संज्ञान समझो जो अस्थाई राजधानी क़े जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री को रिकार्ड रूम से लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय में अधिकारियों क़े साथ दस्तक देनी पड़ी।
साथ ही उन्होनें कहा कि आमजन को यह समझना होगा औऱ अब भविष्य को बचाने की लड़ाई क़े लियॆ आगे आना होगा ऐसा ना हो कि हमारा भूमि लगातार छीनती जाय औऱ मूल निवासी पलायन को मजबूर हो जाय औऱ भविष्य में इससे हमारी दोनो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं मेंभी संकट पैदा हो जाय। मोहन खत्री क़े साथ देव नौटियाल व सुरेश कुमार ने कहा कि पिछले 22 वर्षों से हमारें प्रदेश को केवल प्रयोगशाला बनाकर रख दिया गया औऱ हमारें प्रदेश वासियों क़े अधिकारों का हनन हो रहा हैं इससे देवभूमि में अपराध , भू माफिया , नशे का कारोबार क़े साथ ही बेरोजगारिता बढ़ती जा रही हैं।