देहरादून/उत्तराखण्ड: 04-FEB.. 2023, खबर… शनिवार को आज विश्व कैंसर दिवस है। वही जिसमें कैंसर रोग के प्रति आम लोगों को जागरूक करने, इसकी रोकथाम, पहचान व उपचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल 04 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। आज यानी 4 फरवरी को प्रदेश के सभी जिलो में विभिन्न स्तरों पर जागरूकता संबंधी कार्यक्रम का आयोजन कैंसर डे मनाया जाता है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि आम लोगों को कैंसर के खतरों के बारे में जागरूक और इसके लक्षण से लेकर इसके बचाव के बारे में जानकारी दी जा सके। और इसके मनाने के पीछे लोगों को कैंसर की रोकथाम, पहचान और उपचार के बारे में शिक्षित और प्रेरित करने का उद्देश्य है।
वही इस दौरान विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर देहरादून में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति द्वारा आयोजित कैंसर जागरूकता कार्यशाला देहरादून के जिला अस्पताल पं0 दीनदयाल उपाध्यय कोरेनेशन अस्पताल में किया गया। वही आज विश्व कैंसर दिवस को लेकर नोडल अधिकारी डॉ. आलोक जैन (ईएनटी सर्जन) एवं डॉ. वीएस चौहान (फिजिशियन) और दंत सर्जन डॉ0 पंकज कोहली साहित स्वास्थ्य टीम के द्वारा कार्यशाला का आयोजन जिला चिकित्सालय कोरेनेशन अस्पताल परिसर की न्यू ओपीडी बिल्डिंग में किया । जिसमें कैंसर को लेकर जागरूकता और उसकी सावधानियों आदि विषयों पर चर्चा की गई। जिसका समय कोरेनेशन अस्पताल की न्यू ओपीडी बिल्डिंग में दोपहर 12ः00 बजे का समय दिया था लेकिन यह कार्याशाला एक घंटा लेट शुरू हुई। ।
वहीं इस कैंसर दिवस पर कार्यशाला जिला कोरेनेशन अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 शिखा जंगपांगी ने बताया कि इस कार्यशाला में डॉ0 नोडल अधिकारी बनाए गए हैं एवं उनकी टीम के साथ सबको सूचनाएं एवं जागरूकता अभियान से जुड़ने के लिए अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों के साथ कैंसर से बचने के लिए जागरूकता अभियान को लेकर व कैंसर की रोकथाम पर की चर्चा गई! वहीं महिलाओं में स्तन कैंसर अधिक पाया जाता है। वही इस मौके पर कैंसर की इस कार्याशाल में इसका उद्देश्य ये है कि आम लोगों को कैंसर के खतरों के बारे में जागरूक किया जाए और इसके लक्षण से लेकर से लोगों को इसके बचाव के बारे में जानकारी दी जा सके।
वही इस विश्व कैंसर दिवस पर कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ पंकज कोहली ’सीनियर डेंटल सर्जन ने कहा कि जागरूकता के दम पर कैंसर के अधिकांश मामलों से आसानी से निपटा जा सकता है ने बताया कि कैंसर के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। आमतौर पर पुरुषों में मुंह के कैंसर से जुड़े मामले अधिक मिलते हैं। मुंह के कैंसर के लिये तंबाकू युक्त पदार्थ, गुटखा, खैनी, सिगरेट, बीडी, पान मसाला का प्रयोग जिम्मेदार होता है। लोगों को इसके प्रयोग से परहेज करना चाहिये। उन्होंने कहा कि शुरूआती दौर में कैंसर का पता चलने पर इसका इलाज आसान होता है। रोग की पहचान व इलाज में होनी वाली देरी रोगी के लिये जानलेवा साबित हो सकता है।।
साथ ही डॉ0 मेघना असवाल’ ने सर्वाइकल कैंसर के मुख्य पहलुओं के बारे में बताया। वही, डॉ0 आरके टमटा’ वरिष्ठ सर्जन ने कैंसर की जल्द पहचान और इलाज के बारे में बताया। इस दौरान डॉ पंवार वरिष्ठ चिकित्सक, डॉ0 वी. एस. चौहान ’अतिरिक्त निदेशक, डॉ0 आलोक जैन वरिष्ठ ईएनटी सर्जन ने भी कैंसर से जगरूक होने के टिप्स दिए। साथ इस अवसर पर इस कार्याशाला का संचालन पी.आर.ओ. पवार ने किया ।
इस मौके पर डॉ0 निखिल डॉ0 मिश्रा, डॉ0 जेपी नौटियाल, डॉ0 रितु, डॉ0 सुरभि, डॉ0 शोभित पाल, डॉ0 परमार्थ जोश, साथ अवसर पर मेडिकल कॉलेज के जेआर ने एक पोस्टर प्रस्तुति किया। डॉ अपूर्वा, डॉ0 हरमनप्रीत कौर, डॉ0 एकपर्णिका, डॉ0 सोनाली ने ओरल कैंसर के लक्षणों को समय से पहचान कर चिकित्सक की सलाह लेने के लिए उन्होंने कहा कि यदि मुंह में कोई घाव है जो भर नहीं रहा है जो ठीक नहीं हो रहे अल्सर कहते हैं तो ऐसे में चिकित्सक को यह मुंह का कैंसर हो सकता है। प्रीकैंसरस लिजन जो कि मुंह के कैंसर के शुरुआती चरण में होती है, इसके विषय में विस्तृत जानकारी दी गई है। वही आज सभी ने विश्व कैंसर दिवस के इतिहास और उद्देश्य के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई।