दो धाम के कपाट बंद होने की तारीख हुई घोषित!
उत्तराखंड: 30 सितंबर. 2025, मंगलवार को देहरादून । स्थित उत्तराखंड में चार धामों के कपाट शीतकाल के कारण बंद होते हैं, और इन मंदिरों के कपाट बंद होने की तारीखों की घोषणा विजयदशमी (दशहरा) के दिन की जाती है, तथा कपाट भाई दूज के आसपास बंद होते हैं। 2025 में गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर को और यमुनोत्री व केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर को बंद हो चुके हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तारीख भी जल्द घोषित की जाएगी
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तारीख की घोषणा कर दी गई है. शीतकाल के लिए 22 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे. अन्नकूट पर्व पर अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर विधि-विधान के साथ गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे.
चारधाम यात्रा उत्तराखंड के चार प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थलों की यात्रा है- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री. यह यात्रा आमतौर पर मई से अक्टूबर तक की जाती है, जब मौसम अनुकूल होता है.।
विजयदशमी के बाद 2025 के कपाट बंद होने के दिन (संभावित)
- गंगोत्री: 22 अक्टूबर को, अन्नकूट पर्व के दिन।
- यमुनोत्री: 23 अक्टूबर को, भैयादूज के दिन।
- केदारनाथ: 23 अक्टूबर को, भैयादूज के दिन।
- बदरीनाथ: इसकी तारीख विजयदशमी के दिन घोषित की जाएगी।
वही जिसमें धामों के कपाट बंद होने के बाद, देवी-देवताओं की मूर्तियों को नीचे गांव में उनके शीतकालीन पूजा स्थलों पर ले जाया जाता है, जहाँ श्रद्धालु दर्शन और पूजा करते हैं।
केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे पवित्र तीर्थस्थलों पर हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस बार यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को और सरल किया गया था. स्थानीय व्यापारियों और पर्यटन से जुड़े लोगों के लिए भी यह यात्रा आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है. चारधाम यात्रा उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी भी है. होटल, ढाबे, परिवहन सेवाएं और स्थानीय हस्तशिल्प के व्यवसाय में भी इस दौरान तेजी आती है.