महाकुंभ में नामी ज्योतिषाचार्य के निशुल्क परामर्श में लोगो ने लाभ उठाया!
देहरादून/उत्तराखण्ड: 07 JAN.–2024: खबर…. राजधानी से रविवार को देहरादून स्थित ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने छठे अमर उजाला-ग्राफिक एरा ज्योतिष महाकुंभ का शुभारंभ किया। इस दो दिवसीय ज्योतिष महाकुंभ में देश भर के नामी ज्योतिषाचार्य प्रतिभाग कर रहें है। महाकुंभ में प्रसिद्व ज्योतिष दो दिन निःशुल्क परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे।
वही इस ज्योतिष महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोग आए, वही जिसमें लोगो ने इस महाकुंभ में पहुंचे हुए ज्योतिषो एव टेरोकार्ड विशेषज्ञो से अपने भविष्य व परिवार की विभिन्न समस्याओं एवं मकान, दुकान, बच्चो के कैरिययर आदि प्रश्नो के लिए लोगो ने कुंडली, हस्तरेखा समेत विभिन्न विधाओं के माहिर ज्योतिषियों से निशुल्क परामर्श लेना लिया। ज्योतिषाचार्य पं0 अवदेश पाण्डेय के द्वारा पैरो की रेखा देख बताया भविष्य व किया समाधान। साथ ही वशिष्ठ ज्योतिषाचार्य पं0 दवेंद्र उपाध्यय राजनितिक ज्योतिषविद्या के जानकार व एवं वर्तमान भविष्य के कुण्डली, घर की मिट्टी व नौकरी आदि के विषेशज्ञ ने लोगो को अपनी विद्या से किया समस्याओं का हल एवं प्रभावित।उन्होनें कहा कि हम सबके भीतर एक ज्योतिष छुपा हुआ है! ज्योतिष विज्ञान भी है और कला भी है। वही इसी के साथ हस्ताक्षर से भविष्य बताने वाले ज्योतिष संदीप भार्गव ने अपनी इस अनुठी विद्या से किया लोगो को कायल।
वही इस मौके पर अमर उजाला के जीएम पंकज शर्मा, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति कमल घनसाला,लाल किताब के विशेषज्ञ आचार्य जीडी वशिष्ठ, ज्योतिषाचार्य पं. अजय भांबी, पं लेखराज शर्मा, संजीव श्रीवास्तव, विनोद त्यागी, आचार्य वाई.राखी, टेरोकार्ड ज्योतिष श्रीमति पूजा, एस्ट्रो कार्ड ज्योतिष प्रभा आंनद ,ज्योर्तिविद पीपीएस राणा, श्रीमति पूनम आंनद, एस्ट्रो कार्ड रश्मिश्री अग्रहरि हस्ताक्षर से भविष्य बताने वाले ज्योतिष संदीप भार्गर्व , आयार्चा पं0 दवेंद्र उपाध्यय, आर्चाय पं0 अवदेश पाण्डेय,सहित अन्य ज्योतिषाचार्य और विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
वही इस उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने देश के विभिन्न हिस्सों से पधारे ज्योतिष विद्वानों का देवभूमि में स्वागत करते हुए भव्य आयोजन के लिए आयोजकों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में ज्योतिष शास्त्र की लंबी परंपरा और गौरवशाली इतिहास रहा है। विगत कई वर्षों से उत्तराखण्ड की धरती से भारत में ज्योतिष के प्रचार-प्रसार के लिए यह ज्योतिष महाकुंभ अनूठा कार्य है। हमारे प्राचीन ज्योतिष अध्ययन को प्रोत्साहित करने के लिए इस प्रकार के आयोजन नितांत जरूरी हैं।
उन्होंने कहा कि ज्योतिष ऐसा विज्ञान है जिसके माध्यम से संसार में समरसता दी जा सकती है। ज्योतिष शास्त्र में सभी समस्याओं का समाधान निहित है। पर्यावरण से लेकर समाज सुधार तक का काम ज्योतिष शास्त्र से किया जा सकता है। उन्होंने आग्रह किया कि समाज हित के लिए ज्योतिष विज्ञान के जरिए सार्थक प्रयास किए जाएं।देश के नामी ज्योतिषीयो लोगो ने लाभ उठाया। हैं।
साथ ही राज्यपाल ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि अपना प्राचीन ज्ञान-विज्ञान, गौरवशाली बौद्धिक विरासत नई पीढ़ी तक पहुँचे इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि मेडिकल साइंस की तरह ज्योतिष भी एक विज्ञान है बस इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समाज के सामने लाना जरूरी है। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय पटल पर इस विज्ञान को सामने लाने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि आप इस कार्य को कर्तव्यनिष्ठा से करते हुए देश में इस प्राचीन ज्ञान को सहेजकर रखने के साथ ही इसको जन-जन तक पहुँचाने का कार्य करेंगे ताकि अपने गौरवशाली प्राचीन ज्ञान के भंडार को और संवर्धित किया जा सके।
वही इस कार्यक्रम में हस्तरेखा, कुंडली विशेषज्ञ, टैरो कार्ड रीडर, न्यूमैरोलॉजी, हस्ताक्षर के साथ ही वास्तु के विशेषज्ञ परामर्श के साथ समाधान किया।अमर उजाला के संपादक अनूप वाजपेयी ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया। इस अवसर पर मशहूर ज्योतिषाचार्य पं. सतीश चंद शर्मा, आचार्य जीडी वशिष्ट, पं. के.ए. दूबे ने ज्योतिष विज्ञान के संदर्भ में अपने-अपने विचार रखे।