देहरादून। एन सी सी की 11- यू० के० गर्ल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल ओ पी पाण्डेय ने कहा कि एन सी सी सेना के तीनों शाखाओं में अधिकारी बनने के युवाओं के सपनों को साकार करने में सर्वाधिक सरल व सक्षम माध्यम है। ग्रेजुएशन की डिग्री कम से कम 50 % अंकों से उत्तीर्ण तथा एनसीसी “सी” सर्टिफिकेट में कम से कम “बी” ग्रेड से उत्तीर्ण 19 से 25 वर्ष की आयु के बीच अविवाहित छात्र-छात्राएं बिना यूपीएससी की लिखित परीक्षा दिये, सीधे एसएसबी के साक्षात्कार के माध्यम से सेना में अधिकारी बन सकते हैं।
कर्नल पाण्डेय गर्ल्स बटालियन के वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर आयोजित कैम्प फायर के अंतर्गत सम्पन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कैडेटों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रेजुएट तथा एनसीसी “सी” सर्टिफिकेट धारकों को स्पेशल एंट्री स्कीम के तहत् सीधे सैन्य अधिकारी बनने का अवसर मिलने के साथ ही सामान्य सैनिक भर्तियों में भी एनसीसी केडेटों को प्रमाण पत्रों के आधार पर अतिरिक्त अंक प्रदान किए जाते हैं । इसके अतिरिक्त अर्ध सैनिक बलों तथा अन्य सरकारी – गैर सरकारी संस्थाओं में भी अधिकारी अथवा कर्मचारी बनने के अनेक अवसर प्राप्त होते हैं। अतः एनसीसी केडेट्स सेना में भर्ती होकर रोमांच भरी देशसेवा में अपना योगदान सुनिश्चित करें।
बटालियन की प्रशासनिक अधिकारी मेजर शशि मेहता ने कहा कि देशभक्ति व लोक-संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों में सामाजिक सामंजस्य , राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति का जज्बा पैदा करने का अति महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। एन सी सी में कैडेटों को सैन्य प्रशिक्षण के साथ – साथ राष्ट्रीय एकता , अनुशासन एवं साम्प्रदायिक सद्भावना, सौहार्द व आपसी सहयोग का विशिष्ट प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है जिससे राष्ट्र के प्रति त्याग की भावना को बल मिले।
अति विशिष्ट अतिथि व एन सी सी निदेशालय उत्तराखंड के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी अनिल वर्मा ने बताया कि दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में दून यूनिवर्सिटी, एस बी एस यूनिवर्सिटी, डी आई टी यूनिवर्सिटी, एस जी आर आर यूनिवर्सिटी, डीएवी (पीजी) कालेज, डी बी एस (पीजी) कालेज, एम के पी (पी जी) कालेज , आर्मी पब्लिक स्कूल क्लेमेंटटाउन , के०वी० आईएमए, के०वी० बीरपुर, एमजीआईसी मसूरी, डीएवी पब्लिक स्कूल, एनएसएम, सीएनआई, हिम ज्योति स्कूल, सेपिएंस स्कूल,आरजीएनवी, एचएसबीएम, जेएनवी आदि कुल 25 विद्यालयों – यूनिवर्सिटी के 600 कैडेटों तथा 50 एनसीसी अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। शिविर के दौरान आयोजित “बेस्ट कैडेट प्रतियोगिता” में सीनियर विंग से एसजीआरआर की कैडेट सृष्टि चौहान ने प्रथम स्थान तथा डी आई टी की दीपिका रावत ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जबकि जूनियर विंग में हिम ज्योति स्कूल की ममता ने प्रथम स्थान तथा आर जी एन वी की संस्कृति ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। “ड्रिल प्रतियोगिता” में सीनियर विंग से एसजीआरआर यूनिवर्सिटी तथा जूनियर विंग से राजीव गांधी नवोदय विद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।”लाईन एरिया (किट ले आउट) प्रतियोगिता” की सीनियर विंग में सेपिएंस तथा जूनियर विंग में हिम ज्योति प्रथम स्थान पर रहे। “समूह गान प्रतियोगिता ” की सीनियर विंग में एस बी एस यूनिवर्सिटी तथा जूनियर विंग में हिम ज्योति स्कूल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।”समूह नृत्य प्रतियोगिता” के सीनियर विंग में एमजीआईसी मसूरी ने तथा जूनियर विंग केंद्रीय विद्यालय बीरपुर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। समस्त विजेताओं को कमान अधिकारी कर्नल ओ पी पाण्डेय तथा प्रशासनिक अधिकारी मेजर शशि मेहता ने शील्ड , मेडल व प्रमाण पत्र प्रदान करके पुरस्कृत किया। बटालियन की तीनों सीनियर जीसीआई मंजू कैंतुरा, सिव्या रस्तोगी तथा पूनम जोशी के कुशल संयोजन में कैडेटों ने लोक-संस्कृति तथा देशप्रेम पर आधारित देशभक्ति के गीतों व लोकनृत्यों का भव्य प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि साम्भवी पाण्डेय, मेजर प्रेमलता वर्मा, कैप्टन रमणीक कौर , लेफ्टिनेंट विजय लक्ष्मी, सूबेदार मेजर राकेश सिंह, सूबेदार मेजर लक्ष्मण सिंह, सेकेंड ऑफीसरों चैतन्या व प्रियंका जायसवाल , थर्ड आफीसर प्रियंका नेगी, सी० टी० प्रिया काम्बोज सहित बड़ी संख्या में आर्मी पी आई स्टाफ तथा कैडेट उपस्थित थे।