देहरादून/उत्तराखण्ड: 14 MAY.. 2023, खबर… से रविवार को ( मातृत्व) मदर्स डे एक ऐसा स्पेशल दिन है जिसे दुनियाभर की मांओं को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। ‘ज़िन्दगी की पहली शिक्षक माँ, ज़िन्दगी की पहली दोस्त माँ, ज़िन्दगी भी माँ क्योँकि, ज़िन्दगी देने वाली भी माँ ‘ इस वर्ष 14 मई को रविवार के दिन विश्व भर में मनाया गया। इस दिन बच्चे अपनी मां के साथ समय बिताते हैं या उन्हें उपहार देकर या उनके लिए कुछ खास करके उनके प्रति अपना प्यार और आभार व्यक्त करते हैं। आखिरकार मां ही वो इंसान है, जो जन्म देने से लेकर हर सुख-दुख में अपने बच्चे के साथ हमेशा खड़ी रहती हैं। इसी वजह से मां की अहमियत को शब्दों में बयां कर पाना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है।
वही इस दिन बच्चे अपनी मां के सम्मान के लिए उन्हें स्पेशल फील कराते हैं। मां का ऋण कोई भी कभी नहीं उतार सकता है, क्यों मां शब्द ही ऐसा है जिसमें बच्चे का पूरा संसार बसता है। वही आजकाल भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी मां के लिए कई बार वक्त नहीं निकाल पाते और ना ही उनसे मिल पाते हैं, तो मदर्स डे के दिन सभी बच्चे अपनी मां को स्पेशल फील कराने के लिए अलग-अलग गिफ्ट देते है और फूल और अन्य सामान मां को स्पेशल फील कराते हैं।
वही इसी के सा मां के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। बिना शर्त के प्यार क्या होता है, यह आप हमारी मांओं से जान सकते हैं। वही सभी भारतीय अपने देश को ‘भारत मां’ कहकर ही संबोधित करते हैं। किसी भी पूजा या धार्मिक अनुष्ठान में प्रमुख देवताओं के साथ माताओं की भी उपासना की जाती है। वैदिक श्लोक में कहा गया है कि आप ही माता हो, आप पिता भी हो, आप बंधु और मित्र भी हो। आप हमारी विद्या हप और आप द्रव्य हो। आप ही सब कुछ हो और मेरे अराध्य हो।
आपको बता दे कि मदर्स डे का इतिहास: प्राप्त जानकारी के मुताबिक (Mother’s Day- मदर्स डे ( मातृत्व) दिवस मनाने की शुरुआत अमेरिकन महिला एना जॉर्विस ने की थी. एना जॉर्विस ने मदर्स डे की नींव रखी, उस समय अमेरिकी संसद में कानून पास करके हर साल मई महीने के दूसरे संडे को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया। तब से अमेरिका, यूरोप और भारत सहित कई देशों में मदर्स डे धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा। लेकिन मदर्स डे को मनाने की शुरुआत औपचारिक रूप से 9 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने की थी। हालांकि, हमारी मां के बलिदानों को सम्मान देने के लिए एक दिन काफी नहीं है, लेकिन फिर भी दुनियाभर में मई के दूसरे रविवार को हर साल मदर्स डे मनाया जाता है ताकि मांओं के उस प्यार को सम्मान दिया जाए, जो वह जिंदगी भर हम पर न्योछावर करती हैं। इस साल ये खास दिन 14 मई को मनाया गया।