उत्तराखंड: 27 जुलाई 2024, देहरादून। उत्तरखंड के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गईं। पानी के तेज बहाव के कारण छोटी पुलिया और रास्ते बह गए। घरों और दफ्तरों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कई इलाकों की विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित है, जिससे मुश्किलें और बढ़ गई हैं। वहीं बूढ़ाकेदार में नदी में भवन समाया गया। टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के तोली गांव में भूस्खलन की चपेट में आए एक मकान के अंदर मां और बेटी दब गईं। जिससे दोनों की मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने देर रात किसी तरह बाहर भाग कर जान बचाई। एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व पुलिस की टीम तोली गांव पहुंच गई है। वहीं भारी बारिश के चलते भिलंगना ब्लॉक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। तोली गांव के ग्राम प्रधान रमेश जिरवाड़ ने बताया कि रात को दो ढाई बजे क्षेत्र में जमकर बारिश हुई। इसी दौरान वीरेंद्र लाल का मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। मकान के पीछे से हुए भूस्खलन में दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। घर के अंदर सो रही वीरेंद्र लाल की पत्नी सरिता देवी 36 वर्ष और उसकी बेटी अंकिता 15 साल अंदर मालबे में दब गई है। उन्हें तलाशने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया। सरिता देवी का शव मलबे से बरामद कर लिया है। तिनगढ़ गांव का जूनियर हाई स्कूल भवन भी भूस्खलन से पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। विशन गांव दला गांव को जोड़ने वाला पैदल पुलिया भी बह गई है। टिहरी जिले के जौनपुर ब्लॉक के थत्यूड़ में 33 केवी विद्युत सब स्टेशन में भारी मलबा भर गया है। जिससे ट्रांसफार्मर दब गए हैं। विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है। विद्युत सब स्टेशन परिसर में सड़क का मलबा और पानी घुसा पड़ा हुआ है। कर्णप्रयाग में भारी बारिश हुई, जिससे पिंडर नदी उफान पर है। नारायणबगड़ का पंती कस्बा मलबे से अटा है। पंती में बिजली विभाग के ट्रांसफर और तारों के बंडल मलबे में दब गए हैं और हाईवे तथा पंती-विनायक-हंसकोटी मार्ग बंद है। यहां अतिवृष्टि होने से बारिश के पानी के साथ मलबा आया। कर्णप्रयाग-ग्वालदम-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग नारायणबगड़ के पंती मे बंद है। बीआरओ सड़क खोलने में जुटा है। कर्णप्रयाग मे पिंडर उफान पर है।
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