“सचिवालय घेराव” के साथ की IYC अध्यक्ष ने दून में एक शक्तिशाली शुरुआत!

चिब के नेतृत्व में उत्तराखंड में "नशा नहीं, नौकरी दो" कार्यक्रम की शुरुआत!

उत्तराखण्डः 04 DEC. 2024, बुधवार को देहरादून/राजधानी स्थित  रेंजर्स ग्राउंड  में आज भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष   उदय भानु चिब के नेतृत्व में उत्तराखंड में “नशा नहीं, नौकरी दो” कार्यक्रम की शुरुआत  देहरादून में एक शक्तिशाली कार्यक्रम “सचिवालय घेराव” के साथ की। अभियान का उद्देश्य बेरोजगारी और नशे की लत की दोहरी चुनौतियों का समाधान करना था, जिसने क्षेत्र के युवाओं को गहराई से प्रभावित किया है।  वही इस कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता  प्रीतम सिंह, पूर्व सीएम हरीश रावत,  प्रदेश अध्यक्ष करण महारा,  गणेश गोदियाल,  हरीश धामी,  रवि बहादुर,  प्रकाश जोशी,  भुवन कापड़ी , अभिनव थापर, जयेन्द्र रमोला ,  मोहित उनियाल ,  वैभव वालिया और अन्य वरिष्ठ और शीर्ष स्तर के नेता मौजूद थे।

वही इस  कार्यक्रम की शुरुआत रेंजर्स ग्राउंड में एक विशाल जनसभा से हुई, जहां सैकड़ों युवाओं और कार्यकर्ताओं ने रोजगार सृजन और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बढ़ते खतरे से निपटने के उपायों पर ठोस कार्रवाई की मांग की।

इस मौके पर , IYC अध्यक्ष  उदय भानु चिब ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि “यह अभियान हमारे युवाओं के भविष्य की आवाज है। हम सरकार से अवसर प्रदान करने और बेरोजगारी से निपटने की जिम्मेदारी लेने का आह्वान कर रहे हैं। नशा केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि एक सामाजिक समस्या है, और यह सीधे हमारे युवाओं में रोजगार और उद्देश्य की कमी से जुड़ी है।”

वही इस दौरान  उदय भानु चिब और  सुमित्तर भुल्लर के नेतृत्व में भारतीय युवा कांग्रेस युवाओं के अधिकारों और कल्याण के लिए लड़ने के अपने मिशन में दृढ़ है। यह अभियान केवल उत्तराखंड के लिए एक आंदोलन नहीं है, बल्कि राष्ट्र के लिए एक आह्वान है।”

साथ ही  पीसीसी अध्यक्ष   करण महारा ने राज्य में बढ़ते नशे और रोजगार के मुद्दे पर बात की। उन्होंने देहरादून में नदी के किनारे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को दी गई 3 साल की राहत अवधि के बारे में भी बताया। वही उत्तराखंड युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को नशे में झोंक रही है और युवा बेरोजगार होते जा रहा है।

इस अवसर पर  कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा कि भाजपा सरकार ने विधानसभा बैकडोर भर्ती, UKSSSC सहित कई सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार किया है।”व उत्तराखंड के युवाओं के अधिकार में भाई-भतीजावाद किया है। हम सरकार के खिलाफ माननीय न्यायालय में प्रदेश के युवाओं को प्राइवेट नौकरीयों में 70 % स्थानीय युवाओं के लिये संघर्ष कर रहे हैं किंतु सरकार भ्रष्टाचार में लीन है, अतः युवाओं के मुद्दों पर हमारा जनसंघर्ष जारी रहेगा !

राजधानी स्थित रेंजर्स ग्राउंड में एकत्र होने के बाद, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण लेकिन मुखर तरीके से अपनी मांगों को व्यक्त करने के लिए “सचिवालय घेराव” का आयोजन किया। रैली में “रोजगार दो, नशा छोड़ो” जैसे नारे गूंजते रहे और मार्च करने वालों ने तत्काल कार्रवाई के लिए अपने आह्वान पर जोर दिया।

“नशा नहीं, नौकरी दो” कार्यक्रम उत्तराखंड में आधिकारिक रूप से शुरू हो गया है और इसमें जागरूकता अभियान, विरोध प्रदर्शन और नीति निर्माताओं के साथ बातचीत सहित कई कार्यक्रम शामिल होंगे। मार्च के समापन पर अधिकारियों को मांगों का एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सरकार से रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने और सख्त नशा विरोधी उपायों को लागू करने का आग्रह किया गया।

यह अभियान भारतीय युवा कांग्रेस की महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को संबोधित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें युवाओं को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक प्रभावों से बचाने और नौकरी के अवसरों के माध्यम से उनकी आर्थिक भलाई सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।

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