देहरादून/उत्तराखण्ड: 04-FEB.. 2023, खबर… राजधानी से शनिवार को देहरादून गढ़ी कैंट स्थित महिंद्रा ग्राउंड में दो दिवसीय “दून कैंट स्वच्छता चौपाल” के समापन कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री उत्तराखण्ड सरकार गणेश जोशी ने कैंट बोर्ड की ओर से प्रतिभाग किया। गौरतलब है कि प्रदेश में पहली बार इस तरह की चौपाल का आयोजन किया गया। वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी और स्वच्छता की थीम पर आधारित इस चौपाल में प्रदेश के नगर निकाय और पंचायत प्रतिनिधियों समेत देशभर के स्वच्छता उपकरण निर्माता कंपनियों और स्टार्टअप्स प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड सरकार जोशी ने कहा स्वच्छता चौपाल के माध्यम से ठोस कचरा प्रबंधन से जुड़े सभी लोगो को इस क्षेत्र में हो रहे नये कार्यों, रुझानों और तकनीकों को समझने और उन पर अमल करने के लिए एक बेहतर प्रयास किया गया है। साथ ही लगातार बढ़ते कचरे की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सबसे बेहतर तकनीक की तलाश कर रहे सरकारी अधिकारियों, नोडल अधिकारियों व अन्य सभी संबंधित लोगों को चौपाल में नये उत्पादों और नई तकनीकी से परिचित होने का अवसर प्राप्त होगा।
यह चौपाल उद्यमियों और नवोन्मेषकों को स्वच्छता और प्रदूषण मुक्त वातावरण तैयार करने के लिए नवाचार करने में सहयोग करेगी। इसके साथ ही छावनियों और शहरी स्थानीय निकायों के सामने ठोस कचरे को लेकर आने वाली चुनौतियों को समझने और उनका समाधान तलाशने का अवसर भी प्रदान करेगी।
इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सार्वजनिक स्वच्छता की इस मुहिम से जोड़ कर स्वच्छता को एक देशव्यापी अभियान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनाया है। उन्होंने कहा भारत देश को विकास की नई राह पर ले चलने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बापू के जन्म दिवस 02 अक्टूबर 2014 स्वच्छता का एक देशव्यापी अभियान छेड़ा। जिसका प्रतिफल यह स्वच्छता चौपाल है, जिसमें हम सभी यहां आकर प्रतिभाग कर रहे हैं।
वही इसी के साथ मंत्री जोशी ने स्वच्छता के इस आयोजन को लेकर प्रसन्नता भी व्यक्त की। मंत्री जोशी ने कहा सार्वजनिक स्वस्छता के लक्ष्य को 100 प्रतिशत प्राप्त करने तथा आने वाले पीढ़ियों के लिए एक ज्यादा बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए अधुनिक तकनीक अत्यधिक जरूरी है।
मंत्री जोशी ने कैंट बोर्ड सीईओ को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता की मुहिम में सबसे ज्यादा जरूरी कड़ी स्वच्छता के प्रति सबके नजरिए में बदलाव लाना है।
उन्होंने स्वच्छता चौपाल में पहुंचे सभी टेक्नॉलॉजी पार्टनरों से आह्वान करते हुए कहा कि ऐसे तकनीकी उपकरण बनाएं जो इस राज्य की भौगोलिक बनावट के अनुकूल भी हों और निकायों के बजट में भी आते हों। मंत्री जोशी ने कहा जो बात स्वयं गांधी जी कहते थे। जब तक हम स्वच्छता को अपने व्यवहार का हिस्सा नहीं बनाएंगे तब तक संस्थाओं के प्रयास कम ही साबित होंगे चाहे कितना ही प्रयास कर लें।
इस अवसर पर मंत्री जोशी ने कैंट बोर्ड से स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं प्रचार प्रसार और व्यवहार परिवर्ततन हेतु विशेष प्रयास करने और पर्यावरण मित्रों को जो इस अभियान की इन्फैंट्री ब्रिगेड है उन्हें प्यार और सम्मान जरूर दें। मंत्री जोशी ने कहा हम सब की जिम्मेदारी है कि सार्वजनिक स्वच्छता को अपनी भी जिम्मेदारी मानें और इस प्रयासों को साकार करने में अपनी भूमिका निभाए।
वही इस मौके पर र शहरी विकास मंत्री उत्तराखण्ड सरकार प्रेम चंद्र अग्रवाल, कैंट विधायक सविता कपूर, निदेशक शहरी विकास नवनीत पाण्डे, ब्रिगेडियर अर्नवान दत्ता, सीईओ कैंट बोर्ड अभिनव सिंह, अनूप नौटियाल, विष्णु गुप्ता, मेघा भट्ट, राजेंद्र कौर सौंधी सहित कई लोग उपस्थित रहे।