इस दौरान राज्यपाल ने इस अवसर पर कृषकों को औद्यानिकी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने हेतु उद्यान विभाग द्वारा ‘बागवान दैनन्दिनी’ का विमोचन किया। इस दौरान सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव कृषि रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव श्री राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया तथा निदेशक उद्यान डॉ. एच एस बवेजा भी उपस्थित थे।
वही इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि राजभवन में 2003 से प्रारम्भ किया जाने वाला वसंतोत्सव, देहरादून की पहचान बन चुका है। पुष्प प्रदर्शनी के रूप में शुरू हुआ यह आयोजन दिन-प्रतिदिन लोकप्रिय होकर अब एक बडे़ सांस्कृतिक व आर्थिक महोत्सव में बदल चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य में पुष्प उत्पादन से समृद्धि लायी जा सकती है। यहाँ कृषि एवं फूलों के उत्पादन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं जो उत्तराखण्ड के लिए एक वरदान साबित हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमें पुष्प उत्पादन को कॉपरेटिव व कार्पोरेट और कांन्ट्रेक्ट फॉर्मिंग से जोड़ा जाना जरूरी है।
इस दौरान उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां एवं उपलब्ध जलवायु पुष्पोत्पादन के लिए उपयुक्त है। कम क्षेत्रफल से अधिक आय प्राप्त होने के कारण कृषकों/उत्पादकों में इसके उत्पादन की अभिरुचि में वृद्धि हो रही है। प्रतिवर्ष राजभवन के प्रांगण में वसंतोत्सव के आयोजन से पुष्पोत्पादन के क्षेत्र में जनसाधारण एवं कृषकों में विशेष जागरूकता एवं अभिरुचि विकसित हुई है।
उत्तराखण्ड राज्य के गठन से पूर्व प्रदेश में मात्र 150 हेक्टेयर क्षेत्रफल में पुष्प उत्पादन होता था, जो वर्तमान में बढ़कर 1609.93 है0 हो गया है, जिसमें गुलाब, गेंदा, रजनीगंधा के अतिरिक्त कटफ्लावर के रूप में जरबेरा, कारनेशन, ग्लेडियोलस, लीलियम, गुलदाउदी, आर्किड आदि का प्रमुखता से व्यवसायिक उत्पादन किया जा रहा है। वर्तमान में राज्य में लगभग 3022.90 मै0 टन लूज फ्लावर (गुलाब, गेंदा, रजनीगंधा एवं अन्य) तथा 14.43 करोड़ कटफ्लावर का उत्पादन हो रहा है। वर्तमान में राज्य में लगभग रू. 250.00 करोड़ के फूलों का व्यापार किया जा रहा है।
वसंतोत्सव 2023 मुख्य आकर्षण-
* इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है-
5.रूफटॉप गार्डनिंग(सब्जियां), 6.कैक्टस एवं सकुलेन्ट्स,7. बोन्साई, 8 टेरारियम(Terrarium),9. हैंगिंग पॉटस, 10.विभिन्न प्रकार के गमले, 11.ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी,12.ताजे पुष्प दलों की रंगोली, 13.खाने योग्य पुष्पों की प्रतियोगिता, 14.लॉन,15.शहद, 16. विद्यालयी एवं अन्य बच्चों हेतु पेंटिंग प्रतियोगिता(05 से 18 वर्ष आयु वर्ग)
* वसंतोत्सव में इस वर्ष भी मौसम से सम्बन्धित जानकारी प्रदान करने हेतु मौसम विभाग द्वारा स्टॉल लगाया जायेगा।
* इस वर्ष पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन किया जा रहा है।
* आई०टी०बी०पी० द्वारा आपदा एवं उसके बचाव हेतु विभिन्न प्रबन्धन तकनीकी की जानकारी प्रदान करने हेतु एवं उपयोग में लाये जाने वाले यन्त्रों के प्रदर्शन हेतु स्टॉल लगाया जायेगा।
* वसंतोत्सव के अवसर पर डाक टिकट प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है।
* आर्ट गैलरी के माध्यम से विभिन्न पेन्टिंग्स का प्रदर्शन राजभवन ऑडिटोरियम गैलरी में किया जायेगा।वही इस वर्ष तिमरू (Zanthoxylum armatum) को विशेष आवरण जारी किये जाने हेतु चयनित किया गया है। तिमरू उत्तराखण्ड सहित अन्य पर्वतीय राज्यों में पाये जाने वाला एक कांटेदार, सदाबहार, झाड़ीनुमा पौधा है। तिमरू में विभिन्न औषधीय गुण विद्यमान है। पहली बार वसंतोत्सव के प्रत्येक दिवस विषय विशेषज्ञों/प्रगतिशील कृषकों के साथ Inter Active Sessions आयोजित किये जायेंगे। औद्योनिकी के क्षेत्र में कार्य कर रहे उद्यान उद्यमियों/कृषकों एवं कार्मिकों को प्रोत्साहन दिये जाने के दृष्टिगत सम्मानित किया जायेगा।
* राज्य में स्थापित कृषि/औद्यानिक विश्वविद्यालयों के साथ-साथ केन्द्रीय संस्थाओं को भी आयोजन में प्रतिभाग करने हेतु आमन्त्रित किया जा रहा है। राज्य में स्थापित कृषि/औद्यानिक विश्वविद्यालयों द्वारा पुष्प के क्षेत्र में किये जा रहे शोध कार्यों का प्रदर्शन स्टॉल के माध्यम से किया जायेगा।