ऋषिकेश त्रिवेणीघाट के संबंध में अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश! DM
देहरादून/उत्तराखण्ड: 13 Oct.–2023: खबर…. राजधानी से शुक्रवार को देहरादून स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में आज जनपद देहरादून की जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अध्यक्षता में जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठकआहूत हुई। वही दून की डीएम ने गंगा सुरक्षा अन्तर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यदायी एजेंसी एवं रेखीय विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए दिए।
वही इस दौरान जनपद देहरादून की डीएम ने नगर निगम, ऋषिकेश के अधिकारियों को त्रिवेणीघाट की सफाई करवाने तथा आसपास का अतिक्रमण चिन्हित कर हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए कि त्रिवेणीघाट पर बरसात में आई रेत को सम्बन्धित विभाग से समन्वय कर हटाने की कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही से अवगत कराएं। वही इस बैठक में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, पर्यावरण विद विनोद जुगरान, सदस्य सुदामा सिंगल, एडीबीओ आशीष बहुगुणा, प्रोजेक्ट मैनेजर एस के वर्मा, सहायक अभियन्ता उत्तराखण्ड जल संस्थान हरीश कुमार बंसल, एसएनए ऋषिकेश चन्द्रकान्त भट्ट, नगर निगम ऋषिकेश से गुरूमीत सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
इस मौके पर ऋषिकेश स्थित स्मृतिवन के प्रसार का कार्य तथा 26 एमएलडी एसटीपी के निकट खाली पड़े तालाबों पर साहसिक पर्यटन बर्ड वाचिंग के सुझाव के क्रियान्वयन में पर्यटन विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्य लम्बित रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला पर्यटन अधिकारी को संज्ञान लेते हुए निराकरण के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने खड़क माफ ग्राम सभा में गंगा नदी की ओर से वन्यजीवों की आमद लगातार बढने की शिकायत पर वन विभाग को समस्या का संज्ञान लेते हुए निराकरण के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्माण अनुरक्षण ईकाई (गंगा) के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि संजय झील के कार्यों को इको-टूरिज्म से प्रस्तावित करें। जिलाधिकारी ने नगर निगम को 72 सीढी पर सुधारीकरण कार्य करने तथा सफाई व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।
वही इसी के साथ पर्यावरणविद जुगरान ने जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया कि वर्षाकाल के कारण ऋषिकेश लालपानी वनबीट स्थित स्मृतिवन में भारी नुकसान हुआ है। वनक्षेत्र में प्राकृतिक रूप से जलस्रोत बन गए हैं। जल निकासी की समुचित सुविधा नहीं होने से पौधरोपण को भी नुकसान हुआ है। दुधुपानी विस्थापित क्षेत्र में जलभराव को रोकने के लिए जो ह्यूम पाइप उखाड़े गए हैं
जिस पर जिलाधिकारी ने नगर निगम ऋषिकेश को ह्यूम पाईप पुनः स्थापित करवाने एवं स्मृतिवन के मुख्य द्वार तक संपर्क मार्ग की व्यवस्था करने के साथ ही वनविभाग को जल निकासी के साथ ही स्मृतिवन में पशुओं की रोकथाम को खाई खुदवाने के लिए निर्देशित किया गया।
उन्हें पुनः स्थापित कर पौधरोपण के लिए आने वालों की सुविधा हेतु अस्थाई पुलिया के निर्माण करवाने तथा स्मृतिवन स्थित शौचालय में दिव्यांगजनों की सुविधा हेतु रैंप का निर्माण किया जाने तथा वर्षाकाल में अवरुद्धमार्ग एवं कम्पोस्ट पिट का कार्य भी बन्द होने की जानकारी देते हुए संज्ञान लेने का अनुरोध किया।