देहरादून/उत्तराखण्ड: 10 MAY.. 2023, खबर… राजधानी से बुद्धवार को देहरादून स्थित बीते कल मंगलवार को डोभालवाला देहरादून, निवासी सुशीला बलूनी जी पृथक राज्य आंदोलन के लिए धरने पर बैठने वाली प्रथम महिला वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी मैक्स अस्पताल देहरादून में भर्ती लंबी बीमारी के बाद उनका 84 साल की उम्र में अंंतिम सांस ली।
वही देहांत हो गया था। वही जिसकी सूचना मिलते ही प्रदेश में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके देहांत की दुखद खबर सुनकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी तथा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की।
वही आज बुद्धवार को अंतिम संस्कार हेतु सुबह 10.00am बजे उनके आवास डोभालवाला से प्रस्थान करने के बाद सुबह 10.30 am बजे उनकी क्रम देहरादून स्थित कचहरी परिसर राज्य आंदोलनकारी शहीद स्मारक स्थल में श्रद्धांजली देने के उपरान्त हरिद्वार प्रस्थान किया।हरिद्वार में आज खड़खड़ी श्मशान घाट में सुशीला बलूनी का पूर्ण सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान श्रीमति बलूनी के पुत्रों ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी अंतिम विदाई में उत्तराखण्ड सरकार के मंत्री एवं कई भाजपा विधायक,सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए। इस दौरान हर किसी की आंखें नम हो गई। वही अनेक राज्य आंदोलनकारियों ने सुशीला बलूनी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सुशीला बलूनी को ‘गार्ड ऑफ़ ऑनर’ दिया गया। वही इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी मंच ने राज्य आंदोलन में प्रथम महिला रही श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन पर राजकीय शोक की घोषणा की मांग की है।
वही इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्रीमती सुशीला बलूनी के डोभालवाला स्थिति आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीएम ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। वही मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में श्रीमती सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा। इस अवसर पर सुशील बलूनी के निधन पर सरकार के मंत्रियों, राजनेताओं और राज्य आंदोलनकारियों व समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों ने शोक व्यक्त किया।
वही इस दौरान उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी श्रीमती सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि दी। साथ ही महेंद्र भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी वे सदैव पर्वतीय जनसरोकारों के प्रति सजग रहीं। राज्य आंदोलन में उनका योगदान महिलाओं के लिए प्रेरणादायी रहा। वही इसी के साथ डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भी कहा कि राज्य आंदोलन में उनकी अग्रणीय भूमिका को कोई नहीं भुला सकता। वह राज्य हितों के लिए मुखर रहीं। वह हमेशा फ्रंट वारियर रहीं। उनका निधन अपूरणीय क्षति है। इस दौरान राज्य निर्माण आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर भाजपा महानगर ने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं।