EXCLUSIVE NEWS: बाबा की गद्दी में सिद्धि..लगाओ अपनी बुद्धि !
देहरादून/उत्तराखण्ड: 26-JAN.. 2023, 27वर्ष के युवक बाबा (धीरेन्द्र शास्त्री ) ने आज हर किसी की चर्चा का विषय बना हुआ है। न्यूज टीवी से लेकर देश दुनिया भर में इनकी खूब चर्चा हो रही है। हर तरफ बागेश्व़र सरकार छाई हुई है। वही बाबा बागेश्व़रधाम के प्रमुख हैं- धीरेन्द्र शास्त्री !, एमपी के छतरपुर में है- बागेश्व़रधाम !,वही बागेश्व़रधाम में दिव्य दरबार लगते हैं ! बाबा की गद्दी में सिद्धि..लगाओ अपनी बुद्धि !., हम सनातन धर्म के लिए काम कर रहें हैं, हम धर्म परिवर्तन नहीं ‘घर वापसी’ करा रहें हैं ! वही जिसमें आस्था है, भरोसा है, साथ ही चमत्कार के दावे हैं।
कोई ईश्वर का अवतार मानता है, तो किसी की नजरों में दीन दुखियों का दुख दूर करने वाला. किसी के लिए दिव्य दिव्य दरबार है। तो किसी के लिए पूरा संसार, चमत्कार पर सवाल भी उठे, दावों को खारिज भी किया गया। वही इस दौरान सैकड़ों लोगों की बाबा में आस्था भी हिली । इसलिए ये समझन… जरूरी है कि ये बाबा हैं कौन, इनका संसार कैसा है। मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के छतरपुर के बागेश्वर धाम बाबा या पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों विवादों में घिरे हुए हैं। उन पर अंध विश्वास फैलाने के आरोप लगे हैं। इस बीच इन आरोपों पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जवाब दिया है!
क्या आपको पता है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आखिर कैसे लोगों के मन के विचार बिना बताए ही जान लेते हैं? असल में बागेश्वर धाम सरकार के नाम से प्रसिद्ध धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री खुद ही इस राज से पर्दा हटा दिए हैं। वही इस दौरान दिव्य दरबार की वजह से ही धीरेंद्र शास्त्री फेमस हुए है। यहां जो भी लोग अपनी पीड़ा सुनाने आते हैं, महाराज जी उस बात को उससे बिना पूछे ही पर्चे पर पहले लिख देते है। अब ये सब देखकर अर्जी लगाने वाला भी हैरान होता है, और ये सब भी देख रहे लोग ।
इस दौरान सोशल मीडिया पर इसके काफी वीडियो वायरल हुए, जिस वजह से आज वो दुनियाभर में फेमस है. वही जिसमें बागेश्वर महाराज पर अंध विश्वास फैलाने के आरोप लग रहे हैं। साथ ही बाबा कभी रावण से फोन पर बात करते हैं तो कभी लोगों के मन की बात बात कर चर्चा में रहते हैं।
वही सोशल मीडिया पर उनके तमाम वीडियो अकसर वायरल होते रहते हैं। कभी बागेश्वर धाम के इसी मंदिर में उनके दादा भी पुजारी थे. वे अपने दादा को अपना गुरु मानते हैं. अपने धार्मिक ज्ञान शक्तियों से लोगों को जोड़ना शुरू किया. यही से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम के महाराज कहलाने लगे। साथ ही कहा ये भी जाता है कि धीरेंद्र शास्त्री के दादाजी को सिद्ध प्राप्त थी. वही जिसमें धीरेंद्र शास्त्री बताते हैं कि उन्होंने अपने दादा से ही रामकथा सीखी थी। लिहाजा, वे अपने दादा की तरह हर शनिवार और मंगलवार को दिव्य दरबार लगाते हैं।
बागेश्वर धाम सरकार प्रकरण की जानकारी किसीको ना हो ऐसा हो नहीं सकता और अभी एक वीडियो खूब चल रहा है की एक मुस्लिम महिला सुलताना ने दरबार में घर वापसी की। वही अब सार्वजनिक हो ही गई तो जो मुख्य बातें थी वो प्वाइंट आउट होनी चाहिए, सुलताना ने क्या कारण बताए सनातन धर्म में घर वापसी के वो सबको समझने चाहिए। खासकर उनको जो किसी कारणवश मतांतरित हुए थे ।
और सत्य को जानकार पुनः उचित मार्ग पर लौट आना चाहिए। बाबा कहते है कि सभी भटके हुए लोगों का स्वागत है । सनातन धर्म में, समय है लौट आओ अपनी जड़ों की तरफ, केवल सनातन ही है मोक्ष का मार्ग.! मिली जानकारी के अनुसार जबकि ऐसे अनेकों लोग हैं जो भटके थे और सनातन को छोड़ अन्य पंथ के साथ चले गए थे। जिनमें से बहुत से लोग विश्वभर में सनातन धर्म को समझकर पुनः अपनी जड़ों की तरफ लौट रहे हैं।
लेकिन ऐसे लोगों की जान को भी खतरा बन जाता है इसलिए ऐसी जानकारियां को गुप्त ही रखा जाना आवश्यक है। सुलताना के मामले में गुप्त रखना संभव नहीं था । क्योंकि खुद बागेश्वर धाम सरकार के मंच पर आकर सार्वजनिक रूप से घोषणा की जो कुछ ही समय में सबकी जानकारी की पहुंच गई जिस वजह से आज वो दुनियाभर में फेमस है।