EXCLUSIVE NEWS: देश में मचा बवाल, प्रसादम में लगा दाग!

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उत्तराखण्डः 21 सितंबर 2024, मिली ताजा जानकारी के मुताबिक आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम  को लेकर सियासत गर्म है। वही जिसमें प्रसाद में उपयोग होने वाले घी की जांच रिपोर्ट में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी मिलाने के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है। इसके बाद से देश में बवाल मचा हुआ है। तिरुपति लड्डू विवाद पर नड्डा ने की CM नायडू से बात, बोले- FSSAI करेगी मामले की जांच। इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बड़ा बयान दिया है।  तिरुपति प्रसादम विवाद पर उन्होंने कहा… “आज ही मैंने चंद्रबाबू नायडू से बात की है। मैंने उनसे रिपोर्ट मांगी है.” तिरुपति प्रसादम विवाद पर उन्होंने कहा… “इस मामले पर मैंने आज ही चंद्रबाबू नायडू से बात की है।. मैंने उनसे कहा है कि आप के पास जो रिपोर्ट है, उसे भेज दे। हम उनकी जांच करेंगे.।  इसकी जांच FSSAI करेगी. हम राज्य सरकार की तरफ से रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने ये बयान मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अपने मंत्रालय के कामकाज को जानकारी देते हुए दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार  तिरुपति बालाजी मंदिर में घी की गड़बड़ी 2023 के बाद शुरु हुई जब कर्नाटक की सरकारी डेयरी कम्पनी जो मशहूर नंदिनी ब्रांड से दुग्ध उत्पाद बेचती है ने 320 रूपए प्रति किलो की दर से घी देने से इंकार कर दिया। इस मामले को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक तिरुपति बालाजी मंदिर में घी की गड़बड़ी 2023 के बाद शुरु हुई जब कर्नाटक की सरकारी डेयरी कम्पनी जो मशहूर नंदिनी ब्रांड से दुग्ध उत्पाद बेचती है ने 320 रूपए प्रति किलो की दर से घी देने से इंकार कर दिया। इस महंगाई के दौर में कोई भी दुग्ध उत्पादक कम्पनी 320 रूपए प्रति किलो देशी घी नहीं बेच सकती है।

वही जिसमें आंध्र प्रदेश सरकार ने निजी कंपनियों से टेंडर मांगा तमिलनाडू की AR डेयरी एंड एग्रो कंपनी समेत पांच कंपनियां 320 रूपए प्रति किलो पर सप्लाई करने पर तैयार हो गई। जानकारी के मुताबिक 15 मई 2024 के बाद इस कम्पनी में घी सप्लाई शुरु किया 10 टैंकर घी में से 6 टैंकर घी का इस्तेमाल भी कर लिया गया। वही लड्डू में कुछ अजीब सी महक आ रही थी जिसकी शिकायत आने पर एक जांच कमेटी गठित की गई कमेटी ने AR डेयरी एंड एग्रो कंपनी की घी में गड़बड़ी पाई 6 जुलाई को उसके घी को अलग कर दिया गया।

वही जानकारी में 12 जुलाई 2024 को घी का सैंपल नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के गुजरात लैब में भेजा गया जिसने पाया कि घी में बीफ, पोर्क के चर्बी तथा फिश ऑयल की मिलावट है। इस दौरान सारा खेल सस्ता घी खरीदने के चक्कर में सरकारी डेयरी कम्पनी को छोड़ने के कारण हुआ नकली घी बनाने वाले ने इसका भरपूर फायदा उठाया पैसे के लिए हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ कर दिया।
इस दौरान देश में मंदिर के प्रसाद को लेकर बवाल मचा हुआ है !

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