देहरादून/उत्तराखण्ड: 24-JAN.. 2023, खबर…. राजधानी से गौरतलब है कि वर्ष 2017 में देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना का काम शुरू हुआ और तब से लगातार कार्यो पर वर्ष 2022 तक स्मार्ट सिटी के सभी काम पूरे करने का लक्ष्य लिया गया। वही पीछले वर्ष 2022 तक यह काम पूरे नहीं हो किये गए। जिसमें वही अब इस लक्ष्य को इस वर्ष 2023 तक हर हाल में पूरा करने का अंतिम लक्ष्य कर दिया गया है। वही इस दौरान स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर राजधानी में अव्यवस्था अक्सर देखी जा सकती है। इसी के साथ स्मार्ट सिटी के कार्यो पर बीजेपी विधायकों ने कई बार स्मार्ट सिटी योजना को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की। कई बार नेताओं और मंत्रियों ने दौरे किए, लेकिन काम की गति और गुणवत्ता नहीं सुधर सकी।
वही इस दौरान हाल ही में कैबिनेट मंत्री/शहरी विकास मंत्री उत्तराखण्ड सरकार प्रेमचंद्र अग्रवाल ने देहरादून के परेड ग्राउण्ड में चल रहे स्मार्ट सिटी के कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे। और सबसे पहले मंत्री ने कहा कि इस वर्ष 2023 में चल रहे स्मार्ट सिटी के कार्यों में अब सुस्ती नहीं चलेगी। वही इस मौके पर उन्होंने गांधी पार्क से घंटाघर की ओर हो रहे कार्य के तहत फुटपाथ निर्माण में हो रही देरी पर उन्होंने अधिकारियों से जवाब.तलब किया। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्मार्ट रोड के कार्य में जहां भी गड्ढे, नालियां हैं, उन्हें कवर किया जाए। आगामी होने वाली वर्षा का पानी खुले में जमा न हो इसके लिए समय.-समय पर कार्य स्थल पर कीटनाशक का छिड़काव किया जाए।
वही इस मौके पर जब शहरी विकास मंत्री ने देहरादून परेड ग्राउंड में लगाई गई 10 लाख की घास को सूखी देकर भड़क गऐ कहा कि फिजूलखर्ची मामले में जांच के आदेश दिये गये हैं। वही मंत्री अग्रवाल ने इस 10 लाख पर हुए फिजूलखर्ची मामले में जांच की बात कही है। वही मौके पर पाई गई तमाम खामियों को लेकर मंत्री जी ने अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई और उनसे स्पष्टीकरण मांगा की स्मार्ट सिटी का काम बरसात के सीजन में आधा अधूरा क्यों पड़ा है।
इस दौरान परेड ग्राउंड में 10 लाख की घास लगाने के मामले में कैबिनेट मंत्री ने जांच के आदेश दिए है। अब देखने वाली बता यह होगी मंत्री के जांच के आदेश का पालन कब ओर कैसे होगा यह एक बड़ा सवाल है। वही इस मौके पर मंत्री अग्रवाल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वक्त पर और सही तरीके से स्मार्ट सिटी का काम पूरा होना चाहिए। वही दुसरी ओर इस परेड गा्रउड के चारो ओर एवं बीच में तरह-तरह फूल पौधे लगाए और फैंसी पेड भी लगाए अभी यह कितने लाखो के है यहा स्पष्ट नही हो पाया।
लेकिन यह लागए गए फूल एवं पौधे व पेड सूख रहे है। अब देखना है कि गणतंत्र दिवस तक ये हरे भरे व खिल खिलाते दिखे तो समझो स्मार्ट सिटी का पैसा खप गया। वही इस दौरान परेड ग्राउण्ड में निरीक्षण के दौरान देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा, राजपुर रोड विधायक खजान दास, एवं जनपद देहरादून जिलाधिकारी/सीईओ श्रीमति सोनिका समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही मेंत्री ने देहरादून स्मार्ट सिटी कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनिका को लापरवाह अधिकारियों और ठेकेदार पर कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही समय पर सभी कार्य पूर्ण करने को कहा गया।
वही इसी के साथ देहरादून के इस परेड मैदान में पीछले वषे बना मंच इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। बता देकि यह मंच करीब 30 लाख की लागत से बना है। जो अब तोड़ा जाएगा। वही इसकी जगह दुसरा मंत्र बन कर तैयार हो गया है। जो इस बार की 26 जनवरी 2023 की परेड में शामिल रहेगा। वही दुसरी ओर कुछ भाजपा के ही जनप्रतिनिधियों का कहना है कि इस स्मार्ट सिटी के कार्यों की जांच होनी चाहिए और मंच को तोड़ना गलत है। वह इसलिए, क्योंकि यह मंच स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत बनाया गया था और इसी स्मार्ट सिटी परियोजना के कामों की गुणवत्ता पर पूर्व मुख्यमंत्री के साथ भाजपा के विधायको ने भी अपनी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
वही इस दौरान बीजेपी विधायकों ने कई बार स्मार्ट सिटी को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की! तो कई बार नेताओं और मंत्रियों ने दौरे किए, लेकिन काम की गति और गुणवत्ता नहीं सुधर सकी। वही जिसमें स्मार्ट सिटी के कार्यो पर स्थानीय विधायक खजान दास इसको लेकर कई बार मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री से शिकायत कर चुके हैं लेकिन आज तक वक्त पर काम पूरा नहीं हो पाया है।