संपादकीय... भारत में बांग्लादेश और पाकिस्तान से होने वाली ..अवैध घुसपैठियों का एक मात्र इलाज है, नसबंदी” जैसे ही भारत के किसी भी कोने में कोई अवैध घुसपैठिए पकड़े जाते हैं, सरकार को उनकी पक्की नसबंदी कर देनी चाहिए और उन्हें वापस बॉर्डर के रास्ते उनके देश भेज देना चाहिए!
इससे 2 लाभ होंगे –पहलाः घुसपैठियों में भय पैदा होगा और भारत में घुसने से घबराएंगे। दूसराः अवैध घुसपैठिया जिसकी नसबंदी हो चुकी है, वह भारत में तो क्या उनके देश में भी बच्चे पैदा नहीं कर सकेंगे। भारत में यदि दुबारा घुसेगा तो भी डेमोग्राफी चेन्ज नहीं कर पाएगा !
नसबंदी सबसे ताकतवर हथियार है–जितनी भी महिलाएं जो भारत में रहकर पाकिस्तान के मुसलमानों के बच्चे भारत में पैदा कर रही हैं, उनकी भी नसबंदी की जाए क्योंकि पाकिस्तान के बच्चे पालने का ठेका भारत सरकार ने नहीं लिया और इन महिलाओं का वोटर लिस्ट से नाम हटाया जाए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों में जब से वोटर लिस्ट ( SIR Voter List ) के एसआईआर करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके बाद से पश्चिम बंगाल से अवैध रूप से बॉर्डर पार कर बांग्लादेश जाने वाले लोगों की तादाद बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि यह घुसपैठिए हो सकते हैं। जो की पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे हैं। दोनों देशों में अवैध रूप से सीमापार करके आने-जाने का यह सिलसिला पहले घुसपैठियों के अलावा अधिकतर तस्करों के बीच होता था। लेकिन अब जिस तरह से भारत से बांग्लादेश जाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसे घुसपैठियों का बांग्लादेश वापस लौटना माना जा रहा है।