उत्तराखण्डः 02 अगस्त 2024 प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून स्थित सूबे के सबसे बड़े महाविद्यालय ,डीएवी (पीजी) कॉलेज देहरादून को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की फैसिलिटीज फॉर इंप्रूवमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर (DST, FIST) परियोजना के अंतर्गत रुपए 60 लाख की स्वीकृति प्राप्त हो गई है।
इसके अंतर्गत डी.ए.वी. कॉलेज को अगले पांच वर्षों 2024-2029 तक की अवधि के लिए वर्षवार उपयोग हेतु रुपए 60.00 लाख की औपचारिक वित्तीय स्वीकृति देते हुए अनुमोदन पत्र जारी कर दिया है।
इस कार्यक्रम/ परियोजना के प्रथम वर्ष के अंतर्गत महाविद्यालय के 6 विज्ञान विभागों वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणित, सांख्यिकी तथा जंतु विज्ञान में विभिन्न उपकरण खरीदे जाने के साथ साथ औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास समर्थन तथा वैज्ञानिक सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
इस हेतु प्रथम किश्त के रूप में रुपए 41,25,000.00 भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा जारी किए जाने की भी सूचना/ अनुमोदन पत्र प्राप्त हो चुका है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार ने इस उपलब्धि के लिए महाविद्यालय, परियोजना समन्वयक प्रो. प्रशान्त सिंह तथा सहयोगी 6 विभागों के अनुभवी विभागाध्यकक्षों प्रो. एस. पी. जोशी, प्रो. ए. आर. सेमवाल, प्रो. शशि किरण सोलंकी, प्रो. यू. एस. राणा, प्रो. आलोक श्रीवास्तव और डॉ. झरना बैनर्जी को बधाई देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की।
इस दौरान महाविद्यालय प्रबंध समिति की महासचिव एडवोकेट श्री मानवेंद्र स्वरूप ने महाविद्यालय प्राचार्य सहित परियोजना टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह स्वीकृति महाविद्यालय के विज्ञान विभागों के आधुनिकीकरण और सुधारीकरण में बड़ी भूमिका अदा करेगी तथा इससे अगले चक्र में होने वाली नैक ग्रेडिंग में बड़ी सहायता मिलेगी।
इस दौरान प्रो. सिंह ने कहा कि आशा और विश्वास है कि इस परियोजना के अंतर्गत महाविद्यालय के सभी 6 विज्ञान विभागों में आधुनिक उपकरणों तथा केंद्रीय कंप्यूटर लैब के उपयोग से स्नातक, परस्नातक छात्रों, शोधार्थियों तथा शिक्षकों को बेहतर अनुभव, प्रशिक्षण तथा शोध कार्यों को स्तरीय तरीके से करने में बड़ी सहायता मिलेगी तथा विभागीय लैबें आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित हो सकें l
वही इसी के साथ रसायन विज्ञान विभाग के परियोजना अन्वेषक प्रो. प्रशान्त सिंह ने इस अवसर पर महाविद्यालय प्रशासन तथा प्रबंध तंत्र का परियोजना स्वीकृति में किए गए योगदान एवम सहयोग हेतु आभार जताया।