भागवत ऐसा ग्रन्थ जिसका स्मरण मात्र से ही कल्याण हो जाता है

उत्तराखंड: 28 जून 2024, डोईवाला । गार्डन कॉलोनी शुगर मिल डोईवाला के परिसर में श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन व्यास जी महाराज श्री राम उपाध्याय , बृजवासी द्वारा श्री भागवत जी के महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा गया कि भागवत ऐसा ग्रन्थ है जिसका स्मरण मात्र से ही कल्याण हो जाता है। जो वेदों का सार है वह श्रीमद्भगवत हीहै. मनुष्य को ह्रदय एवम आत्मा को पवित्र कर श्रीमद्भागवत जी को कथा का श्रवण करना चाहिए। उन्होंने कहा ,हमारे जीवन का सबसे बुरा दिन ही वह है जब हम भगवान का स्मरण नही करते है. पूजा और भक्ति के अंतर को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि पूजा वह है जो हम प्रातःकालीन पूजा करते है। और भक्ति वह है जो ठाकुर जी से हमारा रिश्ता हम बना लेते है।श्रीमद्भागवत कथा का रसपान मनुष्य जीवित रहकर ही नही बल्कि मरने के बाद भी करता है।जो कथा का श्रवण मरने के बाद भी कर लेता है उसको मोक्ष की प्होप्राप्ति हो जाती है। धुंधकारी की कथा के द्वारा बताया उन्होंने कि 07 दिन श्रीमद्भागवत जी की कथा सुनकर मुक्ति पा गए।ठाकुर जी का चिंतन सदैव करना चाहिए। इसी पर श्री किशोरी जी रीझ जाती है वही भाव हमे रखना है।श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण जीव का प्रत्यक्ष कल्याण करते है।इस अवसर पर समस्त श्रद्धालुओं ने संगीतमय भजनों पर थिरक थिरक कर श्री राधा रानी और भगवान शंकर पार्वती जी का भी गुणगान किया।

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