उत्तराखण्ड : 27 मार्च 2025 ,देहरादून। शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में फीस वृद्धि का मामला उस समय तूल पकड़ गया जब अभिभावकों ने फीस वृद्धि का विरोध करते हुए स्कूल के मुख्य द्वार पर प्रंबंध तंत्र के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ अभिभावक द्वार पर ही धरने पर बैठ गये और नारेबाजी करते हुए फीस वृद्धि को वापस लेने की मांग करने लगे। मामला इतना ज्यादा तूल पकड़ा कि चंद घंटो में ही इसकी खबर जिला प्रशासन के अधिकारियों को लग गयी। आनन फानन में जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने अभिभावको को समझा बुझाकर धरना समाप्त कराया इस दौरान अभिभावकों का कहना था कि महंगाई ने पहले ही हिलाकर रखा हुआ है ऊपर से फीस वृद्धि ने आग में घी डालने का काम किया है। एकाएक कई प्रतिशत की फीस वृद्धि करना प्रंबंधतंत्र की हिटरशाही का नमूना है। फीस वृद्धि शिक्षा नीति के भी खिलाफ है। प्रबंध तंत्र को अपने निर्णय पर पुनः विचार करना चाहिए।
आज एन मैरी स्कूल के अध्यनरत छात्र छात्रओं के अभिभावकों को सूचना मिली कि प्रबंधतंत्र ने फीस वृद्धि कर दी है यह जानकारी मिलते ही अभिभावक प्रबंधतंत्र से वार्ता करने हेतु स्कूल पहुंचे तो वहां मुख्य द्वार को बंद पाया। इतनी देर में ही अन्य अभिभावक भी मौके पर इकट्ठा हो गये और देखते ही देखते अभिभावकों की संख्या सैकड़ों में बदल गयी।
सभी अभिभावक फीस वृद्धि का विरोध करने लगे। मामला इतना ज्यादा बिगड़ा कि अभिभावकों ने प्रबंध तंत्र के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। कई अभिभावक मुख्य द्वार पर ही धरने पर बैठ गये। उनका कहना था कि प्रबंध तंत्र ने बिना किसी सलाह मश्वरे के फीस वृद्धि की है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रबंध तंत्र को फीस वृद्धि से पहले इसकी जानकारी सभी अभिभावको को देनी चाहिए थी। चंद दिन बाद एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू हो जायेगा ऐसे में वह लोग अपने बच्चे का एडमिशन किसी दूसरे स्कूल में भी नहीं करा पायेगें। प्रबंध तंत्र मौके का फायदा उठा रहा है।
अभिभावको के ऊपर आर्थिक बोझ न पड़े इसलिये प्रबंध तंत्र को अपने निर्णय पर पुनः विचार करते हुए बढ़ी हुई फीस को पूर्व की भांति करना चाहिए। अभिभावको ने इस दौरान स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर भाषणबाजी की जब स्कूल के मुख्य द्वार पर फीस वृद्धि के विरोध में धरना प्रदर्शन किये जाने की सूचना जिला प्रशासन के अधिकारियों को लगी तो दोपहर बाद प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने सभी नाराज अभिभावको से बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि वह प्रबंध तंत्र से फीस वृद्धि के संबंध में वार्ता करेगें और बीच का कोई हल ढूढेंगें। जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।