इस प्रसिद्व मेले में सम्पूर्ण उत्तराखण्ड की झलक देखने को 8 से10 Nov.तक मिलेगी! 

सभी प्रवासियों से गढ कैथिग मेले के लिए हर संभव मदद की अपील की।

उत्तराखण्डः 06 NOV. 2024, बुधवार को देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब  पत्रकार वार्ता  आयोजित की गई वही इस दौरान गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था के अध्यक्ष ओम प्रकाश बहुगणा ने पत्रकारो को जानकारी देते हुए बताया कि गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था क्लेमेन्टटाउन देहरादून द्वारा राज्य स्थापना दिवस के उपल़़क्ष में मनाये जाने वाला प्रसिद्व गढ़ कौथिग मेला 8 से 10 नवम्बर को पीपलेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण निकट ग्राफिक ईरा यूनिर्वसिटी में आयोजित किया जायेगा। साथ ही इस  मेले में उत्तराखण्ड के खान-पान, परम्परागत रीति रिवाज व संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

उन्होंने कहा कि पहाड़ो से हो रहे पलायन के कारण हमारी परम्परागत लोक सूंस्कृति व विरासतो का ह्रास हो रहा है। गढ कौथिक मेले के माध्यम से हम अपनी नई पीड़ी को पुराने रीति रिवाजो,संस्कृति व विरासतों से रूबरू करते है। उन्होंने सभी प्रवासियों से गढ कैथिग मेले के लिए हर संभव मदद की अपील की।

 साथ ही पत्रकार वार्ता में संस्था के वरिष्ठ संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष कर्नल एच.एम. बर्थवाल ने बताया कि राज्य स्थापना दिवस की खुशी में मनाये जाने वाले गढ़ कौथिक मेले का महत्व हर साल बढ़ता जा रहा है। इस मेले में पंहुचने वाले लोगों को सम्पूर्ण उत्तराखण्ड की झलक देखने को मिलती है। हमारा प्रयास रहता है कि हम अपनी पुरानी परम्पराओं व रीति रिवाजों को इस मेले के माध्यम से नई पीड़ी तक पंहुचाये ताकि हमारी परम्परायें पीड़ी दर पीड़ी चलती रहे।

वही गढ़ कौथिग मेला अधिकारी सुबे.(रिटा.) बादर सिंह रावत ने कहा कि मेले की सभी तैयारियां पूर्ण हो चूकी है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था,सफाई व्यवस्था के अलावा मेडिकल कैम्प भी लगाया जायेगा। साथ ही मेले में पधारने वाले लोगों के लिए चर्खी,झूले,तम्बोला आदि मनोरंजन की पूर्ण व्यवस्था की गई है। साथ ही पहाड़ी उत्पादों के स्टॉल आदि भी लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मेले में लॉटरी टिकट की भी विशेष व्यवस्था की गई है जिससें सिर्फ 20 रूपये के टिकट पर आर्कषक ईनाम भाग्यशाली विजेताओं को दिये जायेंगे।

वही इस पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए गढवाल भ्रातृ मण्डल संस्था के महासचिव दीपक नेगी ने कहा कि इस बार गढ़ कौथिग मेले मंे पहाड़ के परम्परागत खान पान को प्राथमिकता दी गई है। जिसमें रोट,अरसा,काली दाल की पकौड़,भरी रोटी,गहत का फाणू,मण्डुवे की रोटी,झंगोरे की खीर,मूली की थिच्वाणी व शिकार भात,भुटवा प्रमुख रहेंगे। दीपक नेगी ने बताया कि हमारे पहाड़ी परम्परागत खान पान का स्वास्थ्य पर खास असर रहता है। जंग फूड हमारे लिए लगातार परेशानी का कारण बना हुआ है। इसलिए इस बार गढ़ कौथिग मेले में परम्परागत पहाड़ी खान-पान पर जोर दिया गया है।

साथ ही बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम,सांस्कृतिक दलों की रंगा रंग प्रस्तुती,हास्य कलाकार संदीप छिलवट के कार्यक्रम के अलावा 8 सितम्बर की सांस्कृतिक संध्या में लोकगायिका आकांक्षा रमोला व साहब सिंह रमोला,9 सितम्बर को लोकगायक बीरेन्द्र राजपूत व अजली खरे,10नबम्बर को प्रसिद्ध लोक गायिका अनुराधा निराला अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

इस दौरान,गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था क्लेमेन्ट टाउन के संरक्षक कर्नल एच.एम.बर्थवाल अध्यक्ष ओम प्रकाश बहुगुणा,महासचिव,दीपक नेगी,मेलाधिकारी सुबे. बादर सिंह रावत, निवतर्तमान पारषद राजेश परमार,भण्डार रक्षक रमेश चमोली,सह मेला अधिकारी अशोक सुन्द्रियाल, प्रेस सचिव भानु प्रकाश नेगी,राजूल नौटियाल,बिक्रम नैथानी, आर.बी. ध्यानी मौजूद रहे।

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