सीएस व डीएम इस अनोखा मंदिर पहुंचे कहा यह पर्यटन व विकास की बहुत संभावना है!
देहरादून/उत्तराखण्ड: 18 JUNE.. 2023, खबर… राजधानी से रविवार को देहरादून स्थित आज जनपद देहरादून के लाखामण्डल धार्मिक पर्यटन स्थल का मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सरकार एस.एस. संधू ने निरीक्षण किया । उत्तराखण्ड सरकार उन्होंने कहा कि लाखामण्डल प्राचीन स्थल है । तथा इसमें पर्यटन के दृष्टिगत विकास की बहुत संभावना है।
वही इस दौरान मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सरकार एस.एस. संधू ने कहा कि शासन स्तर से प्रयास किया जाएगा की लाखामण्डल के विकास को और अधिक गतिशील किया जाए तथा जो सुविधा की कमी है उसको पूरा किया जाए। इस दौरान जनपद देहरादून की (डीएम) जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डाॅ. एस के बरनवाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल, सहित क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे।
बता दे कि उत्तराखंड में ही शिव का एक अनोखा मंदिर है। यहां मंदिर जनपद देहरादून से 128 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यमुना नदी की तट पर है। जिसके बारे में मान्यता है कि यहां मरा हुआ व्यक्ति जिंदा हो जाता है। दिल को लुभाने वाली यह जगह गुफाओं और भगवान शिव के मंदिर के प्राचीन अवशेषों से घिरा हुआ है। उत्तराखंड राज्य में यह माना जाता है कि इस मंदिर में प्रार्थना करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि इसी जगह दुर्योधन ने पांडवों को मारने के लिए लाक्षागृह अर्थात लाख का मंदिर बनाया था. इसके बाद पांडव देव कृपा से एक गुफा में होते हुए इस लाक्षागृह से बाहर निकले थे। जहाँ से पांडव बाहर निकले वह चित्रेश्वर नाम की वह गुफा शिव मंदिर से 2 किमी की दूरी पर ही लाखामंडल गाँव के निचले हिस्से में मौजूद है। किवदंती है कि इसी लिए युधिष्ठिर ने इस जगह पर मंदिर बनवाया ताकि शिव-पार्वती की शक्तियों का शुक्रिया अदा कर सकें।