देहरादून/उत्तराखण्ड: 25-MARCH.. 2023, खबर… राजधानी से शनिवार को हरिद्वार रोड स्थित संस्कृति विभाग देहरादून के ऑडिटोरियम में आयोजित यूसर्क द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा सोसायटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इन सांइस टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वाधान में द्वितीय विज्ञान प्रयोग धर्मी महिला सम्मान 2023 एवं पांचवा हिमालयी नारी शक्ति सम्मान 2023 का आयोजनकिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा उत्तराखंड राज्य की महिलाओं के स्वरोजगार एवं उद्यमशीलता को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयासों के अंतर्गत राज्य के विभिन्न स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं जिनमें 10 उद्यमिता विकास केंद्रों की स्थापना की गई है।
इस दौरान कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी श्रीमती गीता धामी ने कहा कि आज हमारे देश की महिलाएं आगे बढ़ते हुए प्रदेश एवं देश का नाम रोशन कर रहीं हैं और हम सभी के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं जिन पर हम सभी को बहुत गर्व है।
वही इस कार्यक्रम के अंतर्गत “स्टार्टअप्स में महिलाओं की भूमिका” विषय पर आयोजित तकनीकी सत्र की मुख्य अतिथि श्रीमती नितिका खंडेलवाल (आईएएस), निदेशक आईटीडीए एवं अपर सचिव ग्राम्य विकास ने “रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस” पर विशेष रूप से फोकस करते हुए कहा कि राज्य की महिलाओं को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए रूरल इनक्यूबेटर बिजनेस की मुख्य भूमिका होगी।
इस सत्र की अन्य पैनलिस्ट के रूप में उत्तराखंड सेंटर सीआईआई की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गर्ग, महिला उद्यमी डॉ . बीनू भदौरिया, उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट सोसाइटी की उपनिदेशक श्रीमती चंद्रकांता एवं सेंटर फॉर आइडिया इन्नोवेशन एंड एनवायरनमेंट ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय की निदेशक डॉ. रीमा पंत ने अपने अपने अनुभव साझा करते विचार रखे और पैनल डिस्कशन में भाग लिया। इस सत्र का संचालन डॉ प्राची कंडवाल ने किया।
दूसरे तकनीकी सत्र “STEM एजुकेशन में महिलाओं की भूमिका” में पैनलिस्ट के रूप में एम्स ऋषिकेश की प्रोफेसर मनीषा नैथानी, डी आई टी यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ बृजलता चौहान एवं डॉ मंजू सुंदरियाल ने प्रतिभाग किया एवं अपने अपने अनुभव साझा किया।
कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि हमारे देश के हर क्षेत्र में महिलाओं का विशेष योगदान है जो हम सभी के लिए बहुत गर्व का विषय है।
वही इस कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा यूसर्क के द्वितीय महिला प्रयोग धर्मी सम्मान से सम्मानित 06 महिलाओं की सूची:
1. श्रीमती पूनम देवी, अलकनंदा कृषि व्यवसाय, हार्क संस्था, जिला चमोली
2. श्रीमती संगीता देवी, अलकनंदा कृषि व्यवसाय, हार्क संस्था, जिला चमोली
3. श्रीमती शांति कोठारी, हिमालयन ग्राम विकास समिति, गंगोलीहाट, जिला पिथौरागढ़
4. श्रीमती रमा भट्ट, हिमालयन ग्राम विकास समिति, गंगोलीहाट, जिला पिथौरागढ़
5. श्रीमती गंगा बिष्ट, अलख स्वायत्त सहकारिता संस्था, जिला नैनीताल
6. श्रीमती बसंती बिष्ट, अलख स्वायत्त सहकारिता संस्था, जिला नैनीताल
वही इसी के साथ कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहीं 30 अन्य महिलाओं को दिव्य हिमगिरि संस्था के पांचवें हिमालय नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने होली महिलाओं में प्रेमलता बहन, आस फाउंडेशन, डॉक्टर अल्का पांडेय, अध्यक्ष देहरादून खड़ी बोर्ड, डॉक्टर बीनू भदौरिया, डायरेक्ट ओजस एनिमल फीड्स, डॉक्टर प्राची चंद्र कंडवाल, अरोग्यधाम हॉस्पिटल, रूपा सोनी, आचार्य वर्षा matta, डॉक्टर श्रीदेवी रायचूर, निबिदिता गांगुली, वंदना शर्मा, स्वेता भट्ट, डॉक्टर मंजू सुंदरियाल, वैद्य मेघा बहुगुणा, संचालक वैद्य कुलम, वैद्य शिखा प्रकाश, अल्का जोशी, आशू सत्विका गोयल, नूतन जोशी, शालिनी सहनी, आदि शामिल थी
इस मौके पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 300 से अधिक प्रतिभागी, शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में डी.डबल्यू.टी., एसजीआरआर यूनिवर्सिटी, डॉल्फिन संस्थान, डीएनए लैब, नालंदा कॉलेज, सीआईएमएस, एसजीआरआर इंटर कॉलेज पटेल नगर, एसजीआरआर इंटर कॉलेज मोथोरोवाला आदि संस्थानों के प्रतिभागी उपस्थित थे। कार्यक्रम में महिला समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की ” महिला उद्यमी प्रदर्शनी” भी लगाई गई।
इस कार्यक्रम का संचालन यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन दिव्य हिमगिरि के श्री कुंवरराज अस्थाना द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से यूसर्क की डॉ. मंजू सुंदरियाल, डॉ भवतोष शर्मा, डॉ राजेंद्र सिंह राणा, उमेश जोशी, ओम प्रकाश जोशी, राजदीप जंग, रमेश रावत, हरीश ममगाई, राजीव मोहन बहुगुणा, मोनिका डबराल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।